जयपुर. राजस्थान की बंद पड़ी या घाटे में चल रही आरटीडीसी की 36 होटलों को आरटीडीसी ने ऑपरेशन एंड मेंटिनेस पर 19 साल 11 महीने के लिए देने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए पीडीकोर ने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है और इन तमाम स्थानों की मार्केट वैल्यू भी निकलवाई जा रही है. वहीं पैलेस ऑन व्हील्स को भी कैबिनेट से पास करवा कर ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस पर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आरटीडीसी में उनकी नियुक्ति के बाद पैलेस ऑन व्हील्स जो खड़ी थी, उसमें आरटीडीसी 4 करोड़ के प्रॉफिट में है. होटल कारोबार 1 करोड़ के प्रॉफिट में है. ऐसे में अगर आरटीडीसी ऑपरेशन एंड मेंटिनेस पर अपने नुकसान में चल रहे या बंद पड़े होटलों को 20 साल से कम की अवधि के लिए दे देता है, तो उसे आरटीडीसी और फायदे में आ जाएगा.
उन्होंने कहा कि कोटा के चंबल रिवर फ्रंट में क्रूज़ चलाने का भी आरटीडीसी का ऑफर है, जिस पर असेसमेंट चल रहा है. वहीं जोधपुर, माउंट आबू, पुष्कर, उदयपुर समेत पांच अंतरराष्ट्रीय गोल्फ कोर्स जो 100-100 करोड़ रुपए के बनेंगे, उन्हें भी आरटीडीसी ही बनवा रहा है. धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि आरटीडीसी की बोर्ड की बैठक 7 जून को बुलाई गई है. इसमें बोर्ड से लिए जाने वाले फैसलों को बोर्ड से पास करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जैसलमेर में 1000 से 1500 करोड़ का बनने वाला ढोला मारु टूरिस्ट कंपलेक्स की नोडल एजेंसी भी आरटीडीसी को ही बनाया गया है.