जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक प्रकरण को लेकर आम आदमी पार्टी ने भी शुक्रवार को अपनी आवाज बुलंद की और गहलोत सरकार के खिलाफ (Aam Aadmi Party Protest in Jaipur) जयपुर कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी कर सीबीआई जांच की मांग रखी. पेपर लीक प्रकरणों को लेकर AAP जनवरी के पहले सप्ताह में हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर करेगी.
जयपुर कलेक्ट्रेट पर कार्यकर्ताओं ने काफी देर तक गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राजस्थान में लचर कानून-व्यवस्था के चलते सभी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि लगातार पेपर लीक होने से प्रदेश के लाखों युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसी घटनाओं से हजारों अभ्यर्थी अवसाद में हैं और उनका सिस्टम पर से पूरी तरह से भरोसा उठता जा रहा है.
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता एडवोकेट पूनमचंद भंडारी ने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार पेपर लीक प्रकरणों की 7 दिन में सीबीआई जांच करवाएं, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर जनवरी के पहले सप्ताह में आम आदमी पार्टी की तरफ से एक जनहित याचिका भी हाई कोर्ट में दायर की जाएगी. पार्टी की लीगल सेल इसकी पूरी तैयारी कर चुकी है. यदि सरकार सीबीआई जांच नहीं करवाती है तो आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे और एक बड़ा आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.
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मीडिया से बातचीत के दौरान पूनमचंद भंडारी ने कहा कि प्रदेश में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं. उसकी जानकारी सरकार को भी है और कैबिनेट मंत्री इसमें शामिल हैं. सरकार नहीं चाहती कि युवाओं को नौकरियां मिले. कई कोचिंग संस्थान (AAP Demands CBI Enquiry of Paper Leak) इसमें शामिल हैं और उनके जरिए ही पेपर लीक कर करोड़ों का खेल खेला जा रहा है.
भंडारी ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार की पुलिस है. वह उचित तरीके से पेपर लीक प्रकरण की जांच नहीं कर पाएगी. अब तक सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़ने का काम किया जा रहा है और बड़े-बड़े मगरमच्छ अभी भी बाहर घूम रहे हैं. जब तक बड़े मगरमच्छ पकड़ में नहीं आएंगे, तब तक मामलों का खुलासा नहीं हो सकेगा. इसलिए पेपर लीक प्रकरण का सीबीआई जांच करानी चाहिए.