जयपुर. यूं ही नहीं कहा जाता कि राजनीति संभावनाओं का खेल है. ऐसा नहीं होता तो 2012 में अस्तित्व में आई आप पंजाब में बड़े दलों का लगभग सूपड़ा न साफ कर देती. आम आदमी पार्टी ने कई मिथक तोड़े. कईयों की सोच और राय बदल डाली. राय नागौर से आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल की भी बदल गई है. 2019 में जिस भगवंत मान को बहस के दौरान उन्होंने तंज कसते हुए बैठने (RLP Hanuman Beniwal made fun of Bhagwant Mann) को कह दिया था अब Etv Bharat से बातचीत में आप की जीत को नजीर मान रहे हैं. उससे प्रभावित हो रहे हैं.
पंजाब से Inspire हुए बेनीवाल: पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद सबकी निगाहें आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के बयान पर टिकी थी. 2019 में मान की शान के खिलाफ कहे गए उनके एक एक शब्द पर ट्रोल हुए थे. अब बेनीवाल मानते हैं कि कांग्रेस, अकाली दल के मुकाबले जनता ने तीसरा विकल्प चुन लिया है. बेनीवाल को अब ऐसी ही कुछ उम्मीद राजस्थान से है. विश्वास से कहते हैं- राजस्थान में आरएलपी जनता को तीसरा विकल्प देगी और हम सरकार भी बनायेंगे.
सांसद ने समझाई गणित: बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी ने बेहद कम समय में 3 विधायक, 1 सांसद, 5 प्रधान और 1 पालिका चेयरमैन बनाया है. मतलब प्रदेश की जनता तीसरे मोर्चे के रूप में आरएलपी को अपना समर्थन दे रही है.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक पुखराज गर्ग भी पंजाब में आप की जीत के मायने समझाते हैं. कहते हैं- जनता ने अब तीसरे विकल्प की तलाश शुरू कर दी है. उदाहरण पंजाब का है. जहां जनता को आम आदमी पार्टी के रूप में तीसरा विकल्प मिला तो उसे वहां चुन लिया.
मान से कहा था चुपचाप बैठ जाओ: बात 2019 के उस बयान की जब बेनीवाल ने मान से कहा था- बैठ जाओ. दरअसल, निचले सदन में दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों के नियमन पर बेनीवाल के तर्क को बीच में काटते हुए भगवंत मान बोलने लगे. बेनीवाल को बीच में टोकने का ये तरीका नहीं जंचा और उन्होंने मान को चिढ़ाया. कहा- आप दिल्ली के बाहर तो कुछ है ही नहीं, क्यों परेशान हो रहे हो? आप जैसी पार्टी तो मैं भी लेकर घूमता हूं. परेशान मत हो और बैठ जाओ.
गुजरा वक्त याद कर दी प्रतिक्रिया: अब समय भी बदल गया और भगवंत मान के सितारे भी बुलंदियों पर हैं. मान अब पंजाब के सीएम होंगे. उनकी सरपरस्ती में आम आदमी पार्टी ने फतह हासिल की है. हनुमान बेनीवाल ने जिस आप को दिल्ली तक सिमटा हुआ बताया था वो पंजाब तक पहुंच गई है वहीं हनुमान हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अब तक वही है जहां पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद खड़ी थी.