दूदू (जयपुर). पंचायतीराज चुनावों में कांग्रेस ने जयपुर जिले में बेहतर परिणाम हासिल किए, लेकिन जिले की दूदू विधानसभा की फागी, मौजमाबाद व दूदू पंचायत समिति की तीनों सीट पर उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है. दूदू से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे रितेश बैरवा ने इस हार का कारण निर्दलीय विधायक बाबुलाल नागर और पार्टी की ओर से स्थानीय कार्यकर्ताओं को टिकट न देना बताया है.
गौरतलब है कि यहां निर्दलीय विधायक बाबुलाल नागर चुनाव कमान संभाले हुए थे और टिकट वितरण भी उन्हीं के अनुसार किया गया था. पार्टी ने अपने विधायक प्रत्याशी रहे रितेश बैरवा व स्थानीय कार्यकर्ताओं को टिकिट वितरण में पूरी तरह से नजरअंदाज किया. मीडिया से मुखाबित कांग्रेस नेता रितेश बैरवा ने कहा कि प्रदेश के आलाकमान ने पंचायतीराज चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनदेखी की. हमसे पैनल मांगने के बावजूद हमारे किसी भी कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया गया और निर्दलीय विधायक बाबुलाल नागर को पूरी तरह से चुनाव की बागडोर दे दी जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश पनप गया.
लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने इसी प्रकार की गलती की थी जहां पर उसे करारी हार का सामना करना पड़ा था और इस बार भी पंचायत राज चुनाव में वही गलती दोहराई. इससे दूदू विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. इस दौरान रितेश बेरवा ने कहा कि अगर पार्टी ने फिर दलों को तवज्जो दी तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इससे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा जिसके जिम्मेदारी प्रदेश के आलाकमान की होगी.
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन परियोजना में विधायक द्वारा किये गए घोटले की भी हार में अहम भूमिका रही है. विधायक की ओर से आमजन को प्रताड़ित करने का भी खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा. स्थानीय विधायक से सचिन पायलट गुट की जग जाहिर नाराज़गी ने भी पार्टी का बड़ा नुकसान किया.