जयपुर. रामानन्द संप्रदाय के अनुसार सर्वप्रथम भगवान सीताराम जी का पूजन किया गया. उसके बाद पंडित विनय शास्त्री ने वेद मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया. वहीं, देश के अलग-अलग धर्मिकस्थलों से आए संत-महंतों ने विधि-विधान से रामप्रिया शरण महाराज को महंत की गद्दी पर विराजमान किया. इस दौरान पूरा पांडाल हिंदूवादी नारों से गूंज उठा. हर कोई महंत रामप्रिया शरण महाराज को शुभकामनाएं देते और माला पहना पुष्पवर्षा करते हुए नजर आएं.
यह भी पढ़ें: राजस्थान की इन तीन हस्तियों को दिया जाएगा पद्मश्री अवार्ड
बता दें कि रामानंद विरक्त वैष्णव मंडल के संरक्षक श्री श्री 1008 श्री बालनंदाचार्य, मठ के महंत श्री लक्ष्मण आचार्य महाराज, मंडल के अध्यक्ष श्री श्री 1008 महंत श्री योगीराज रघुवीर दास महाराज, महामंत्री श्री श्री 1008 महंत राम रतन महाराज, कोषाध्यक्ष श्री महंत हरी शंकर दास महाराज, श्री महंत राम सेवक दास महाराज, महंत रघुनंदन दास महाराज सहित कई महंत मौजूद रहे.