जयपुर (बस्सी). राजधानी जयपुर स्थित चांदी की टकसाल में रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बनने के बाद पिछले 7 दिनों से चल रहा धरना भी समाप्त हो गया. साथ ही मृतक रामप्रसाद का उसके पैतृक गांव बस्सी के काशीपुरा में अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान भारी पुलिस जाप्ता मौके पर तैनात रहा. दरअसल, सात दिन पहले रामप्रसाद मीणा ने सुसाइड कर लिया था. सुसाइड से पहले मृतक ने एक वीडियो बनाया था, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था.
वीडियो में मृतक ने पड़ोसी पुजारी समेत कांग्रेस के बड़े नेता पर आरोप लगाए थे. मामला सामने आने पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा मृतक के घर पहुंचे और कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिए थे. वहीं, सात दिनों तक प्रशासन और परिजनों के बीच कई बार समझाइश वार्ता हुई, लेकिन सहमति नहीं बन पा रही थी. देखते ही देखते ये सुसाइड मामला पूरी तरह से सियासी बन गया था और भाजपा के नेता इसमें कूद गए थे.
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मामला बढ़ता देख प्रशासन ने कार्रवाई की और जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करने अलावा उक्त मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया. साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच कर अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया. साथ ही मृतक के बेटे को निगम में नौकरी देने, एक डेयरी बूथ, क्षतिग्रस्त मकान की छत ढलवाने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद परिजनों व प्रशासन के बीच सहमति बनी और परिजनों ने धरना खत्म किया. इसके इतर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पीड़ित परिवार को समाज की ओर से 50 लाख रुपए एकत्रित कर देने की बात कही है.