जयपुर. राजधानी जयपुर में चांदी की टकसाल पर रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में परिजन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 4 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं. धरने के चौथे दिन पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पीड़ित परिवारजनों से मुलाकात करने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे. पायलट ने परिवार से बातचीत करके पूरे मामले की जानकारी ली और उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस मामले में न्याय मिलना चाहिए.
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कोई भी व्यक्ति हो, अगर जान जाती है तो बड़ा दुख होता है. आत्महत्या बहुत दिल दहलाने वाली घटना है. पीड़ित परिवार का दुख बांटने के लिए हम लोग आए हैं. मृतक के पिता और बच्चों से हमने मुलाकात करके बात की है. उन्होंने अपनी कुछ मांगें बताई हैं. इस पूरे प्रकरण में बहुत ही निष्पक्ष और एक समय सीमा के अंदर जांच होनी चाहिए. इस प्रकरण में अभी तक जो भी तथ्य सामने आए हैं, उसका संज्ञान लेते हुए फेयर इन्वेस्टिगेशन हो. पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए.
सच्चाई का पता लगाया जाना चाहिए : सचिन पायलट ने कहा कि न्याय देने के लिए न्यायपालिका है, पुलिस है, प्रशासन और सरकार है. पूरे मामले में बहुत सी बातें हैं, कई आरोप लगाए गए हैं. बहुत से स्टेटमेंट हैं, कुछ वीडियो स्टेटमेंट हैं. जिम्मेदारी से इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए. सच्चाई का पता लगाया जाना चाहिए, परिजन आज बहुत दुखी हैं और एक बहुत गरीब परिवार से हैं. दुखी मन से अगर किसी ने आत्महत्या की है तो यह बड़ा मसला है. इसमें हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि जो भी इसमें आरोपी है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. पीड़ित परिवार को विश्वास दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है कि न्याय मिलेगा. न्याय डिले नहीं होना चाहिए, परिजनों का कहना है कि कुछ लीपापोती करने की बात सामने आ रही है. उनकी सुनवाई सही से नहीं हो रही है.
पुलिस प्रशासन को बिना दबाव के निष्पक्ष जांच करनी चाहिए : सचिन पायलट ने कहा कि हमने परिवार से मुलाकात करके उनका दुख बांटने की कोशिश की है. मैं उम्मीद करता हूं कि इस प्रकरण में तुरंत न्याय मिलेगा. जो भी सरकार को कदम उठाने हैं, वह उठाने चाहिए. पुलिस प्रशासन को बिना दबाव के निष्पक्ष होकर एक जांच करनी चाहिए, ताकि लोगों के मन में विश्वास कायम रहे. परिवार को न्याय मिले, यही हम सब मांग करते हैं.
मंत्री महेश जोशी के इस्तीफे के सवाल पर बोले पायलट : रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में मंत्री महेश जोशी के इस्तीफा के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की अपनी जिम्मेदारियां होती हैं. क्या उनको करना है और नहीं करना, मैं कौन होता हूं उनको कहने वाला. मैं तो इतना ही चाहता हूं कि परिवार को न्याय मिले. पीड़ित परिवार किसी भी जाति और धर्म का हो, चाहे अमीर हो या गरीब हो, न्याय मिलना चाहिए. यह एक सामूहिक कोशिश होनी चाहिए. न्याय मिलता हुआ दिखना भी चाहिए. जांच प्रभावित नहीं हो, कोई दबाव उन पर नहीं आए और जांच निष्पक्ष हो, यह भी जिम्मेदारी हम सब लोगों की है.
किसी पर आरोप लगाना आसान है, जांच के बाद ही सत्य सामने आएगा : पायलट ने कहा कि परिवार वाले बोल रहे हैं, वे डरे हुए हैं. हो सकता है कि उन पर कोई दबाव हो. पायलट ने आगे कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इसमें देरी क्यों हो रही है. इसमें तुरंत प्रभाव से कार्रवाई होनी चाहिए, जो सबूत सामने आ रहे हैं. स्टेटमेंट हो या विटनेस हो, अगर कार्रवाई होती दिखेगी तो परिवार के मन में भरोसा जगेगा कि न्याय मिलेगा. मैं समझता हूं कि किसी पर आरोप लगाना बड़ा आसान है. मैं किसी पक्ष और विपक्ष से नहीं बोल रहा हूं. लेकिन जिसकी मौत हुई है, उसके परिवार के लोग जो डिमांड कर रहे हैं, उनको पूरा करना हम सबकी जिम्मेदारी है. मृत्यु पूर्व बयान को सच माना जाता है, लेकिन इंक्वायरी के बाद ही इसमें सत्य सामने आएगा. किसी व्यक्ति को इस्तीफा देना है या नहीं देना, यह उस व्यक्ति पर डिपेंड करता है। मैं इसमें कुछ कहना नहीं चाहता हूं. हर व्यक्ति का नैतिकता के अलग पैमाने होते हैं. न्याय परिवार को मिले, यह मैं चाहता हूं.