जयपुर. राजस्थान में अब गहलोत वर्सेस पायलट की लड़ाई गंभीर मोड़ पर पहुंच गई है. जहां पायलट आरपीएससी पेपर लीक के मामले में 5 दिन पैदल मार्च कर रहे हैं, तो वहीं प्रदेश कांग्रेस कार्यालय प्रभारी सचिव और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले रामसिंह कस्वां ने सचिन पायलट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का टूल बताते हुए कहा कि कर्नाटक चुनाव में फायदा पहुंचाने के लिए भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के गंभीर आरोप लगाए हैं.
रामसिंह कस्वां ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के नाम पर जो भाजपा के खिलाफ नरेटिव बना, उसे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री नहीं तोड़ पाए. यही कारण था कि मोदी और शाह ने सचिन पायलट को टूल के तौर पर इस्तेमाल किया जबकि राजस्थान सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है. रामसिंह कस्वां ने पायलट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पायलट भले ही बड़े नेता हैं, लेकिन उन्होंने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाने के लिए जिस तरह से कर्नाटक चुनाव के 1 दिन पहले का समय चुना और बयान दिए उससे साफ है कि वह मोदी और शाह के पुल के तौर पर काम कर रहे हैं.
पढ़ेंः सचिन पायलट के पैदल मार्च से कांग्रेस ने किया किनारा, बताया व्यक्तिगत यात्रा
इसलिए नहीं बनाया स्टार प्रचारकः कस्वां ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सचिन पायलट को किसी राज्य में स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया हो. संभव है कि एआईसीसी को भी यह जानकारियां थीं कि वह पीके के संपर्क में हैं, जो भाजपा के लिए अंदर खाने काम कर रहे हैं. जब 11 अप्रैल को उन्होंने अनशन किया, तो पार्टी ने उन्हें चेतावनी दी थी. लेकिन अब सचिन पायलट के प्रदर्शनों की डेट्स सामने आ रही हैं, वह साफ बता रही हैं कि वह ऐसा मोदी और अमित शाह के कहने पर कर रहे हैं.
’लौटा दो अमित शाह का पैसा’: कस्वां ने कहा कि चाहे कालीन चोरी का मामला हो या फिर माइन अलॉटमेंट का मामला, मैंने इस मामले में अकेले लड़ाई लड़ी और सुप्रीम कोर्ट में जब यह मुकदमे खारिज हुए तभी मैंने लड़ाई समाप्त की. कस्वां ने कहा कि उस समय भी मैं पायलट के पास गया था, लेकिन उन्होंने यह कहा कि वसुंधरा राजे से मेरे रिश्ते अच्छे हैं मैं उनके खिलाफ बयान नहीं दे सकता. यहां तक जब वह उप मुख्यमंत्री बने, तो भी उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों को नहीं उठाया. रामसिंह कस्वां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसीलिए विधायकों से कहा था कि अमित शाह का पैसा लौटा दो, नहीं तो वह आपको इस्तेमाल करेगा और यह काम सचिन पायलट उसी कड़ी में कर रहे हैं.