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जयपुर में होगा राजस्थानी सिने महोत्सव, लॉन्च किया जाएगा प्रदेश का पहला OTT प्लेटफॉर्म

Rajasthani Cine Festival, जयपुर में 28 दिसंबर से राजस्थानी सिने महोत्सव आयोजित किया जाएगा. इस महोत्सव में राजस्थान की पुरानी से लेकर नई सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही राजस्थानी कंटेंट को प्रदर्शित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म की भी लॉन्चिंग की जाएगी.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 21, 2023, 12:58 PM IST

Rajasthani Cine Festival
Rajasthani Cine Festival
जयपुर में होगा राजस्थानी सिने महोत्सव

जयपुर. राजस्थानी फिल्मों को पहचान दिलाने के उद्देश्य से राजस्थानी सिने महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. चार दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में पुरानी से लेकर नई सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही 21 कैटेगरी में राजस्थानी फिल्म जगत की हस्तियों को अवार्ड दिए जाएंगे. वहीं, 28 दिसंबर को पहली बार राजस्थानी कंटेंट को प्रदर्शित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म की भी लॉन्चिंग की जाएगी.

ओटीटी प्लेटफार्म भी लॉन्च करने का फैसला : राजधानी में 28 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सुबह 11 से रात 10 बजे खासा कोठी स्थित निजी होटल में कला प्रेमियों को राजस्थानी एंटरटेनमेंट का फुल डोज मिलेगा. बीते 10 सालों से राजस्थानी सिनेमा के लिए काम कर रहे प्रोड्यूसर नंद किशोर मित्तल ने बताया कि राजस्थानी सिनेमा को जो पहचान मिलनी चाहिए थी वह बीते 20-25 साल से नहीं मिल पा रही है. उस पहचान को दिलाने के लिए राजस्थान फिल्म महोत्सव एक प्रयास है. इसके लिए एक ओटीटी प्लेटफार्म भी लॉन्च करने का फैसला लिया है.

पढ़ें. Shilpgram Festival : भगवान जगन्नाथ को समर्पित है ओडिशा का गोटीपुआ नृत्य, महोत्सव में दर्शक होंगे मंत्रमुग्ध

टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा : 28 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म लॉन्च किया जाएगा, जिस पर राजस्थानी कंटेंट दिखाया जाएगा और इसका मकसद भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा राजस्थानी फिल्में बने. इन्हें इस प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया जा सके, ताकि देश दुनिया राजस्थानी फिल्मों के माध्यम से यहां की संस्कृति, भाषा, कला, विरासत और पर्यटन स्थल को वृहद पहचान मिल सके. इससे बाहर के लोग राजस्थान में आकर फिल्में भी शूट कर सकेंगे. टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश की इकोनॉमी भी बढ़ेगी. साथ ही रोजगार का भी सृजन होगा.

राजस्थानी फिल्मों ने मुकाम हासिल नहीं किया : उन्होंने बताया कि दूसरी रीजनल फिल्मों की तुलना में राजस्थानी फिल्मों ने मुकाम हासिल नहीं किया. इसका एक बड़ा कारण है कि राजस्थानी फिल्में बहुत कम बन रही हैं. अभी साल में 2 से 3 फिल्में बनती हैं. ऐसे में एक्जीबिटर्स भी कुछ नहीं कर सकते. ऐसे में जब तक ज्यादा से ज्यादा फिल्म नहीं बनेंगी, तब तक एक्जीबिटर्स को गुनहगार नहीं कहा जा सकता और न ही सरकार को दोष दिया जा सकता.

पढ़ें. करतब और कलाबाजियों के साथ आ रहा है 'सिद्धी धमाल' ग्रुप, शिल्पग्राम महोत्सव में करेंगे परफॉर्म

राजस्थान की पुरानी फिल्मों की स्क्रीनिंग : वहीं, मशहूर लेखक और डायरेक्टर लखविंदर सिंह ने बताया कि राजस्थान के कलाकारों को एक ओरिजिनल प्लेटफार्म चाहिए था, वो मुहैया कराने की कोशिश की है. इस फिल्म महोत्सव में राजस्थान की जितनी भी पुरानी फिल्में हैं उन सब की स्क्रीनिंग की जाएगी. इन्हें विभिन्न कॉलेजों में भी प्रदर्शित किया जाएगा. साथ ही अवार्ड सेरेमनी आयोजित कर कलाकारों और राजस्थानी फिल्मों से जुड़े हुए लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा, ताकि 2024 में राजस्थानी सिनेमा को सकारात्मकता के साथ आगे लेकर जाए. उन्होंने बताया कि अवार्ड सेरेमनी में न सिर्फ बेस्ट फिल्म, बेस्ट हीरो, बेस्ट हीरोइन बल्कि बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट को भी अवार्ड दिया जाएगा.

बॉलीवुड पर राज करता है राजस्थान : वहीं, राजस्थानी सिनेमा के वरिष्ठ कलाकार इकराम राजस्थानी ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों की एक लंबी यात्रा है. इसके कई दशकों के वो खुद साक्षी रहे हैं. अब जो राजस्थान फिल्म महोत्सव मनाया जा रहा है वो एक लंबे सपने को साकार करने की दास्तां है. उन्होंने कहा कि आज तक राजस्थानी सिनेमा को स्थान इसलिए नहीं मिल पाया, क्योंकि उसमें इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भी कमी रही और सरकार की ओर से भी इसे प्रमोट नहीं किया गया. राजस्थानी गीत, संगीत, संस्कृति और साहित्य पूरे बॉलीवुड पर राज करता है. यहां के कलाकारों को अपनी कला दिखाने के लिए दूर-दराज जाना पड़ता है. जरूरी है कि राजस्थान में ही एक बेहतर माहौल तैयार हो, जिसकी ये पहल कही जा सकती है.

बता दें कि इस सिने महोत्सव में मिस्टर एंड मिस राजस्थान सिने आइकॉन फैशन शो कॉम्पिटिशन भी होगा. साथ ही महोत्सव में राजस्थान सिने एक्ट और सिंगिंग शो भी होगा. एक्ट शो में जहां थिएटर और राजस्थानी सिनेमा के कलाकारों की ओर से एक्टिंग परफॉर्मेंस दी जाएगी. वहीं, सिंगिंग शो में सुरीले नगमे भी सुनने को मिलेंगे.

जयपुर में होगा राजस्थानी सिने महोत्सव

जयपुर. राजस्थानी फिल्मों को पहचान दिलाने के उद्देश्य से राजस्थानी सिने महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. चार दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में पुरानी से लेकर नई सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही 21 कैटेगरी में राजस्थानी फिल्म जगत की हस्तियों को अवार्ड दिए जाएंगे. वहीं, 28 दिसंबर को पहली बार राजस्थानी कंटेंट को प्रदर्शित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म की भी लॉन्चिंग की जाएगी.

ओटीटी प्लेटफार्म भी लॉन्च करने का फैसला : राजधानी में 28 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सुबह 11 से रात 10 बजे खासा कोठी स्थित निजी होटल में कला प्रेमियों को राजस्थानी एंटरटेनमेंट का फुल डोज मिलेगा. बीते 10 सालों से राजस्थानी सिनेमा के लिए काम कर रहे प्रोड्यूसर नंद किशोर मित्तल ने बताया कि राजस्थानी सिनेमा को जो पहचान मिलनी चाहिए थी वह बीते 20-25 साल से नहीं मिल पा रही है. उस पहचान को दिलाने के लिए राजस्थान फिल्म महोत्सव एक प्रयास है. इसके लिए एक ओटीटी प्लेटफार्म भी लॉन्च करने का फैसला लिया है.

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टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा : 28 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म लॉन्च किया जाएगा, जिस पर राजस्थानी कंटेंट दिखाया जाएगा और इसका मकसद भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा राजस्थानी फिल्में बने. इन्हें इस प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया जा सके, ताकि देश दुनिया राजस्थानी फिल्मों के माध्यम से यहां की संस्कृति, भाषा, कला, विरासत और पर्यटन स्थल को वृहद पहचान मिल सके. इससे बाहर के लोग राजस्थान में आकर फिल्में भी शूट कर सकेंगे. टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश की इकोनॉमी भी बढ़ेगी. साथ ही रोजगार का भी सृजन होगा.

राजस्थानी फिल्मों ने मुकाम हासिल नहीं किया : उन्होंने बताया कि दूसरी रीजनल फिल्मों की तुलना में राजस्थानी फिल्मों ने मुकाम हासिल नहीं किया. इसका एक बड़ा कारण है कि राजस्थानी फिल्में बहुत कम बन रही हैं. अभी साल में 2 से 3 फिल्में बनती हैं. ऐसे में एक्जीबिटर्स भी कुछ नहीं कर सकते. ऐसे में जब तक ज्यादा से ज्यादा फिल्म नहीं बनेंगी, तब तक एक्जीबिटर्स को गुनहगार नहीं कहा जा सकता और न ही सरकार को दोष दिया जा सकता.

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राजस्थान की पुरानी फिल्मों की स्क्रीनिंग : वहीं, मशहूर लेखक और डायरेक्टर लखविंदर सिंह ने बताया कि राजस्थान के कलाकारों को एक ओरिजिनल प्लेटफार्म चाहिए था, वो मुहैया कराने की कोशिश की है. इस फिल्म महोत्सव में राजस्थान की जितनी भी पुरानी फिल्में हैं उन सब की स्क्रीनिंग की जाएगी. इन्हें विभिन्न कॉलेजों में भी प्रदर्शित किया जाएगा. साथ ही अवार्ड सेरेमनी आयोजित कर कलाकारों और राजस्थानी फिल्मों से जुड़े हुए लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा, ताकि 2024 में राजस्थानी सिनेमा को सकारात्मकता के साथ आगे लेकर जाए. उन्होंने बताया कि अवार्ड सेरेमनी में न सिर्फ बेस्ट फिल्म, बेस्ट हीरो, बेस्ट हीरोइन बल्कि बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट को भी अवार्ड दिया जाएगा.

बॉलीवुड पर राज करता है राजस्थान : वहीं, राजस्थानी सिनेमा के वरिष्ठ कलाकार इकराम राजस्थानी ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों की एक लंबी यात्रा है. इसके कई दशकों के वो खुद साक्षी रहे हैं. अब जो राजस्थान फिल्म महोत्सव मनाया जा रहा है वो एक लंबे सपने को साकार करने की दास्तां है. उन्होंने कहा कि आज तक राजस्थानी सिनेमा को स्थान इसलिए नहीं मिल पाया, क्योंकि उसमें इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भी कमी रही और सरकार की ओर से भी इसे प्रमोट नहीं किया गया. राजस्थानी गीत, संगीत, संस्कृति और साहित्य पूरे बॉलीवुड पर राज करता है. यहां के कलाकारों को अपनी कला दिखाने के लिए दूर-दराज जाना पड़ता है. जरूरी है कि राजस्थान में ही एक बेहतर माहौल तैयार हो, जिसकी ये पहल कही जा सकती है.

बता दें कि इस सिने महोत्सव में मिस्टर एंड मिस राजस्थान सिने आइकॉन फैशन शो कॉम्पिटिशन भी होगा. साथ ही महोत्सव में राजस्थान सिने एक्ट और सिंगिंग शो भी होगा. एक्ट शो में जहां थिएटर और राजस्थानी सिनेमा के कलाकारों की ओर से एक्टिंग परफॉर्मेंस दी जाएगी. वहीं, सिंगिंग शो में सुरीले नगमे भी सुनने को मिलेंगे.

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