जयपुर. राजस्थान में आज 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिमी राजस्थान पर मानसून मेहरबान नजर आ राह है. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक अजमेर, बारां, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, चूरू, हनुमानगढ़, जालोर और पाली जिले में भारी बारिश होने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान में चूरू, हनुमानगढ़, जालोर, पाली में शनिवार को बरसात का येलो अलर्ट दिया है. रविवार को बीकानेर, जालोर और पाली में भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है.
3 दिन जमकर होगी बारिश : मौसम विभाग ने राजस्थान में शनिवार 8 जुलाई से लेकर सोमवार 10 जुलाई तक अच्छी बारिश की संभावना जताई है, जिसके तहत 8 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट के तहत झुंझुनू बीकानेर और पाली जिले के लिए चेतावनी जारी की गई है, जबकि नागौर, जोधपुर, बाड़मेर, सिरोही, जालोर जिले के अलावा हनुमानगढ़, चूरू राजसमंद और जयपुर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि बाकी के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है.
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ऑरेंज अलर्ट के तहत 9 जुलाई रविवार को उदयपुर पाली, सिरोही और जालोर जिले में अति भारी बारिश हो सकती है. वहीं, बीकानेर, बाड़मेर, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद और डूंगरपुर में येलो अलर्ट रहेगा. सोमवार 10 जुलाई को प्रदेश के सिरोही, पाली और हनुमानगढ़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, झुंझुनू, सीकर, जयपुर, नागौर, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर और जालोर जिलों में येलो अलर्ट रहेगा.
मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर में गुजरात के नजदीक और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. इससे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी वाली हवाएं राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में पहुंच रही हैं. इधर मध्य पाकिस्तान पर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण उत्तरी राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ क्षेत्र में भी उमस बनी हुई है. यही वजह है कि अगले 3 दिन तक प्रदेश में जोरदार बारिश की संभावना बताई जा रही है.
शुक्रवार को भी जमकर बरसे मेघ : राजस्थान के कई हिस्सों में शुक्रवार को जमकर बरसात हुई. राजधानी जयपुर में दिनभर उमस का दौर बना रहा और शाम को अलग-अलग हिस्सों में बरसात हुई. जयपुर में तेज बारिश से अजमेर रोड, सीकर रोड सहित कई जगह पर सड़कों पर पानी भर गया, जिसकी वजह से लोगों को आने जाने में दिक्कत हुई. अजमेर रोड पर कमला नेहरू नगर के नजदीक बनी पुलिया के आसपास पानी भरने से दोपहिया वाहन चालकों की गाड़ियां भी पानी में समां गईं. जयपुर में शुक्रवार को 9.4 मिलीमीटर बारिश हुई. पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर जिले समेत ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बरसात हुई, तो पूर्वी राजस्थान में भी बरसात के बाद पारे में राहत महसूस की गई.
शुक्रवार को भीलवाड़ा के पारोली में सबसे ज्यादा 55 मिलीमीटर बरसात हुई. वहीं, राजसमंद में भी करीब 2 इंच पानी गिरा. इसी तरह सिरोही के शिवगंज, उदयपुर के गोगुंदा, पाली के रानी और बाड़मेर के पचपदरा में 3 इंच से ज्यादा बारिश हुई. कोटा के इटावा क्षेत्र के बोरदा के शेरगंज गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक बालक झुलस गया, जिसे गंभीर हालत में इटावा अस्पताल ले जाया गया. वहीं, सुल्तानपुर क्षेत्र में झाडगांव पंचायत के मोराना गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 12 वर्षीय प्रदीप की मौत हो गई.
भरतपुर और बाड़मेर जिले के फागलिया क्षेत्र में कल देर रात आकाशीय बिजली गिरने से एक 35 वर्षीय युवक की मौत हो गई. पाली में बारिश के कारण सुकड़ी नदी में जलस्तर बढ़ गया. इससे रानी से इटंदरा चारणान गांव में जाने वाली सड़क पर सुबह 10 बजे कंट्रीट से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली फंस गई. ट्रैक्टर चालक तेज बहाव के कारण नदी में गिर गया. गनीमत रही कि चालक सुरक्षित बच गया.
बांधों में तेज हुई पानी की आवक : मध्य प्रदेश में भी तेज बारिश के होने से चंबल समेत अन्य नदियों में जलस्तर बढ़ गया. इसके चलते कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. दक्षिणी राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के लाखों लोगों की उम्मीदों के माही सागर बांध में जल आवक शुरू हो गई है. गुरुवार रात्रि को सीजन में पहली बार बांध में आवक हुई और 30 सेंटीमीटर पानी बढ़ा. बांध का जलस्तर 269.95 मीटर हो गया. बांसवाड़ा में 42 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.