जयपुर. राजस्थान और मध्यप्रदेश की पुलिस के लिए चुनौती बना कुख्यात तस्कर कमल राणा सोमवार को आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसे राजस्थान पुलिस की एक टीम ने महाराष्ट्र के शिरडी में पकड़ लिया. साथ ही उसके चार अन्य साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कार लिया है. उसे शिरडी की एक होटल से पकड़ा गया. उस पर हत्या, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के 40 मुकदमें दर्ज हैं.
एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में तस्करी व अन्य आपराधिक मामलों में फरार चल रहे मोस्ट वांटेड तस्कर कमल राणा की लंबे समय से पुलिस को तलाश थी. उस पर राजस्थान पुलिस ने 50 हजार और मध्यप्रदेश पुलिस ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है. एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच की टीम काफी समय से कमल राणा के पीछे लगी हुई थी. उसके महाराष्ट्र के शिरडी में छुपे होने कि जानकारी मिलने पर आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार के सुपर विजन में विशेष टीम गठित की गई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशाराम चौधरी के नेतृत्व में गठित टीम में चित्तौड़गढ़ से अटैच हेड कांस्टेबल महावीर सिंह, कांस्टेबल रमेश, भीलवाड़ा जिले से अटैच गोपाल लाल व विजय सिंह, क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल शंकर दयाल शर्मा, कांस्टेबल मुकेश और आयुक्तालय जयपुर से हेड कांस्टेबल कमल शामिल थे.
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आईजी प्रफुल कुमार ने अहमदनगर एसपी राकेश ओला से समन्वय स्थापित किया. शिरडी पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से करीब 400 होटलों की तलाशी लेकर वांटेड कमल राणा को तलाश कर लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया. वह राजस्थान के प्रतापगढ़ के रठाजना गांव का रहने वाला है. एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि कमल राणा के साथ टीम ने उसके चार साथियों जितेंद्र सिंह, ओमप्रकाश उर्फ गुड्डु रावत, विरेन्द्र सिंह जाट और चन्दर सिंह को भी गिरफ्तार किया है. यह चारों बदमाश भी कई आपराधिक प्रकरणों में वांछित चल रहे हैं.