जयपुर. कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत 7 थाना इलाकों में संयुक्त कार्रवाई करते हुए 2 महिलाओं सहित 5 ड्रग्स माफियाओं को गिरफ्तार किया है. वहीं एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3.24 ग्राम स्मैक, 365 ग्राम अफीम, 985 ग्राम डोडा चुरा, 1 किलों 664 ग्राम गांजा, 38 पव्वे देशी शराब, बिक्री की राशि 19,310 रुपए सहित परिवहन में प्रयुक्त दो बाइक को बरामद किया है.
पुलिस अभियान में पकड़े गए 7- पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ में जुटी है, जिसमें तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है. पता लगाया जा रहा है कि ये ड्रग पेडलर्स जयपुर और उसके आसपास के क्षेत्र में किन-किन लोगों को मादक पदार्थों और अवैध शराब की सप्लाई करते हैं, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. एडिशनल कमिश्नर अजय पाल लाम्बा ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत शहर में विशेष अभियान चलाया गया जिसमें ये गैंग पकड़ा गया.
पकड़ी गईं शातिर सहेलियां- बुधवार को गांधीनगर, जवाहर सर्किल, श्याम नगर, मुहाना, विश्वकर्मा और सदर थाना इलाकों में कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में दो महिलाओं समेत 7 लोग पकड़े गए. पुलिस टीम ने इन्द्रा नगर कच्ची बस्ती (झालाना डुंगरी) की रहने वाली ड्रग्स माफिया सुनीता सांसी और सांसियों की ढाणी मदरामपुरा निवासी रजनी सांसी समेत नवरत्न सांसी (निवासी लाखना रोड़ सांगानेर), हडमान राम (निवासी गांव खेजरली कलां जिला जोधपुर), हाल विश्वकर्मा और मुस्कान (निवासी फूंस का बगला, सदर) को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है.
राजस्थान ही नहीं बंगाल ओडिशा से भी जुड़े तार- गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि राजस्थान ही नहीं बल्कि ये शातिर गैंग तो प्रदेश के बाहर भी नेटवर्क फैला चुका है. पेडलर्स ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत अन्य राज्यों से तस्करी कर गांजा जयपुर लाने और फिर उसे अलग-अलग क्षेत्रों में सप्लाई करने की बात कबूल की है. फिलहाल पुलिस तस्करों के लोकल नेटवर्क और अंतर्राजीय नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है.
क्या है ऑपरेशन क्लीन स्वीप- जयपुर समेत राजस्थान के तमाम शहरों में 'ऑपरेशन क्लीन स्वीप' के अन्तर्गत नशीले एवं मादक पदार्थाें की सप्लाई एवं बिक्री करने वालों के खिलाफ पुख्ता कार्रवाई और धरपकड़ की जाती है. ऑपरेशन क्लीन स्वीप के अंतर्गत CST, DST और थाना पुलिस द्वारा NDPS एक्ट के तहत कार्रवाईकी जाती है.