जयपुर/दिल्ली. राजस्थान कांग्रेस की राजनीति का केंद्र बिंदु अब दिल्ली बन गया है, जहां पिछले 2 दिनों से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और तीनों सह प्रभारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं. मंगलवार 27 जून को तो प्रभारी और सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष के साथ संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के साथ लंबी चर्चा कर चुके हैं. कहा जा रहा है कि संगठन में नियुक्तियों को लेकर प्रदेश कांग्रेस की ओर से अब कांग्रेस आलाकमान को जिला अध्यक्ष और अन्य पदों के लिए नामों की सूची दे दी गई है, जिस पर अंतिम निर्णय कांग्रेस आलाकमान लेगा. वहीं, 85 सचिवों की नियुक्ति पर लगी रोक हटाने की भी प्रभारी रंधावा और पीसीसी चीफ डोटासरा ने कांग्रेस आलाकमान से रिक्वेस्ट की है.
नेता राजस्थान के और आपस में मिल रहे दिल्ली जाकर : मंगलवार को तो राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष, प्रभारी और सह प्रभारियों की बैठक केसी वेणुगोपाल के साथ हुई. ऐसे में इन नेताओं का दिल्ली जाना जरूरी था, लेकिन इसी बीच पंजाब के प्रभारी और पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की तो पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. अब बुधवार को इन दोनों नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से भी दिल्ली में मुलाकात की. खास बात यह है कि आज दिल्ली में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी पहुंचे, जिन्होंने डोटासरा और रंधावा से मुलाकात की. कहा जा रहा है कि मंत्री प्रताप सिंह आज संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात करेंगे, तो धीरज गुर्जर पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं. ऐसे में एक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को छोड़ दिया जाए तो राजस्थान में सत्ता और संगठन के ज्यादातर नेता दिल्ली में मौजूद हैं और दिल्ली में ही आपस में मुलाकातें कर रहे हैं.
सालासर में विधायकों और विधायक प्रत्याशियों की बैठक तय : 1 जुलाई को राजस्थान के सालासर में कांग्रेस विधायकों और 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी रहे सभी नेताओं का ट्रेनिंग कार्यक्रम रखा गया है. इसे कांग्रेस पार्टी के सॉफ्ट हिंदुत्व के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन खास बात यह है कि 1 जुलाई को ही कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में राजस्थान के नेताओं के साथ बैठक चाहता था. क्योंकि राजस्थान में 1 और 2 जुलाई को विधायकों के साथ दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पहले ही तय हो चुका था, ऐसे में कांग्रेस आलाकमान से प्रभारी रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने रिक्वेस्ट की कि वह 2 जुलाई के बाद दिल्ली में कभी भी बैठक रख ले, जिसे कांग्रेस आलाकमान ने स्वीकार कर लिया है. अब 1 और 2 जुलाई को राजस्थान के सालासर में ही विधायकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा. दिल्ली की बैठक 2 जुलाई के बाद कभी भी हो सकती है.
जबतक गहलोत दिल्ली नहीं पहुंचेंगे, नहीं होगा पायलट और चुनाव समितियों पर अंतिम निर्णय : राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और तीनों सह प्रभारी भले ही दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात क्यों ना कर लें, लेकिन हकीकत यह है कि कोई भी नीतिगत निर्णय तब तक नहीं होगा जब तक की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दिल्ली आलाकमान के साथ चर्चा न हो जाए. बीते 2 दिनों से चल रही चर्चाओं में न तो सचिन पायलट शामिल रहे न ही अशोक गहलोत. ऐसे में जब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली जाकर कांग्रेस आलाकमान के साथ चर्चा नहीं करते हैं, न तो सचिन पायलट को राजस्थान में विधानसभा चुनाव में किस भूमिका में रखा जाएगा, इस पर कोई निर्णय होगा और ना ही राजस्थान में चुनाव में किन नेताओं को चुनावी समितियों में शामिल किया जाए, इस पर अंतिम फैसला होगा.
ऐसे में जब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कांग्रेस आलाकमान के साथ दिल्ली में बैठक ना हो, तब तक डोटासरा, रंधावा और अन्य नेताओं की दिल्ली दौड़ केवल फाइलें बनाकर कांग्रेस आलाकमान को सौंपने तक ही सीमित मानी जा रही है. क्योंकि निर्णय तब तक नहीं होगा जब तक गहलोत दिल्ली जाकर राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक नहीं कर लेते हैं.
नेताओ का आलाकमान से मिलने का सिलसिला जारीः दिल्ली में बुधवार को राजस्थान कांग्रेस के नेताओं का कांग्रेस आलाकमान से मिलने का क्रम जारी रहा. इस क्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. वहीं, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. वहीं, प्रताप सिंह ने कहा कि संगठन को कैसे मजबूत किया जाए, इस पर चर्चा हुई है.