जयपुर. वेतन-भत्तों से जुड़ी विसंगति दूर करने की मांग को लेकर 8 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे जेलकर्मियों ने बुधवार को अपना आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया है. इससे पहले जेलकर्मियों के प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसीएस (एडिशनल चीफ सेक्रेटरी) अखिल अरोड़ा ने वार्ता की, जो सफल रही. इसके बाद जेलकर्मियों ने आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया है. अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने जूस पिलाकर जेलकर्मियों का भूख हड़ताल खत्म करवाया.
1200 जेलकर्मी अस्पतालों में भर्ती : गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के बैनर तले 21 जून से जेल प्रहरी और मुख्य प्रहरी मैस का बहिष्कार करते हुए ड्यूटी कर रहे थे. भूखे रहकर ड्यूटी करने के कारण प्रदेशभर के करीब 1200 जेलकर्मी बुधवार तक अस्पतालों में भर्ती हो गए, आज जेल डीजी ने जेलकर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की और उनकी मांगों पर सरकार के रुख से अवगत करवाया.
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मेस बहिष्कार 15 दिन के लिए स्थगित : इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) अखिल अरोड़ा ने जेलकर्मियों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की. इस वार्ता में जेलकर्मियों की मांगों पर सकारात्मक सहमति बनने और अधिकारियों से लिखित आश्वासन मिलने के बाद जेलकर्मियों ने मैस बहिष्कार 15 दिन के लिए स्थगित किया गया है.
सीएम के पास पहुंची भत्तों से जुड़ी फाइल : एसीएस अखिल अरोड़ा ने जेलकर्मियों के प्रतिनिधिमंडल को बताया कि उनकी भत्तों से जुड़ी फाइल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास भेजी गई है. इस संबंध में जल्द आदेश जारी होने का उन्होंने आश्वासन दिया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि बस पास, हार्ड ड्यूटी एलाउंस, रिस्क एलाउंस के आदेश शीघ्र ही मुख्यमंत्री की ओर से जारी किए जाएंगे. इसके साथ ही ग्रेड पे से संबंधित खेमराज कमेटी की रिपोर्ट का सकारात्मक निस्तारण करने का भी भरोसा दिलाया.