जयपुर. दुनिया भर के पर्यावरण प्रेमी और सरकारों की ओर से पर्यावरण दिवस पर कई बड़े आयोजन किए गए. इसी क्रम में राजस्थान सरकार भी पीछे नहीं रही. आमजन को जोड़ते हुए राजधानी में भी मैराथन और वृक्षारोपण जैसे कई आयोजन किए गए. इन आयोजनों में सीएम अशोक गहलोत भी जुड़ने वाले थे, लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से इन कार्यक्रमों में नहीं पहुंच सके. वहीं शिक्षा संकुल में वृक्षारोपण कार्यक्रम में पहुंची मंत्री शकुंतला रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा वातावरण प्रदूषण से अशुद्ध होता जा रहा है. इसी वजह से ही पर्यावरण दिवस मनाने की जरूरत महसूस होने लगी.
बीते दिनों जो एक वैश्विक महामारी कोरोना आई, तब ऑक्सीजन की बहुत जरूरत पड़ी. लेकिन ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में पेड़-पौधे ज्यादा थे, पहाड़ी क्षेत्रों में किसी भी व्यक्ति को कोरोना नहीं हुआ. उनकी विधानसभा क्षेत्र में भी कई पंचायतें ऐसी थी, जिनमें कोरोना नहीं हुआ. ऐसे में वातावरण शुद्ध होना बहुत आवश्यक है. उन्होंने मुख्यमंत्री का कथन दोहराते हुए पानी बचाओ, बेटी बचाओ, पेड़-पौधे बचाओ का संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण और वन विभाग की ओर से भी कई योजनाएं बनाई गईं हैं. ये योजनाएं तभी साकार होगी जब उसमें जनसहयोग होगा. ऐसे में उन्होंने अपील की कि सभी लोग अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ पर एक वृक्ष जरूर लगाएं. ये पक्षियों के संरक्षण के साथ साथ इंसानों के संरक्षण के लिए भी जरूरी है. ऐसे प्रयास होने चाहिए कि पर्यावरण दिवस के अवसर पर जो पौधे लगाए गए हैं, उनकी उचित देखरेख भी हो.
वहीं पर्यावरण को उद्योगों से होने वाले नुकसान पर मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि कुछ जगह रिसाइकल प्लांट लगाए जाएंगे, सीटीपी प्लांट लगेंगे. साथ ही इंडस्ट्रीज को सीटीपी प्लांट और ग्रीन बेल्ट लगाया जाना अनिवार्य किया जाएगा. इसी उद्देश्य से जोधपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, भिवाड़ी का दौरा किया था. दिल्ली में जब कभी भी पॉल्यूशन बढ़ता है तब भिवाड़ी में स्थित फैक्ट्रियों को बंद कर दिया जाता है. जबकि भिवाड़ी में कुछ सीटीपी पहले से लगे हुए हैं और एक बड़ा निर्माणाधीन भी है. इसके अलावा जयपुर के औद्योगिक क्षेत्रों में भी सीटीपी के प्लांट लगाने का कार्य चल रहा है.
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वहीं शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने कहा कि पर्यावरण दिवस के मौके पर शिक्षा संकुल में जो 500 पेड़-पौधे लगाए जा रहे हैं, यकीन दिलाते हैं कि उन्हें संरक्षित किया जाएगा. उन्हें पानी देते हुए, उन्हें प्रोटेक्ट किया जाएगा. जबकि लघु उद्योग विकास निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने कहा कि पर्यावरण को लेकर जनता में अवेयरनेस आनी चाहिए. ऐसे में उन्होंने सभी इंडस्ट्री के साथियों से अनुरोध करते हुए कहा कि पानी को बर्बाद होने से बचाएं. इंडस्ट्री की वजह से जल प्रदूषित होता है, उसके लिए भी उचित प्लांट लगाए जाएं. नई तकनीकों से पानी को स्वच्छ कर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है. उसका उपयोग इंडस्ट्रीज को अवश्य करना चाहिए. इसके अलावा बिजली भी बचानी चाहिए. जहां एसी चल रहे हैं, वहां 1 डिग्री मोर कॉन्सेप्ट पर काम किया जाए. यदि ये प्रण लिया जाता है, तो हर दिन लाखों यूनिट बिजली बच सकती है. ऐसी ही छोटी-छोटी पहल से पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है. उसके प्रति सतत प्रयास करने होंगे. वहीं शिक्षा विभाग के सचिव नवीन जैन ने कहा कि संकुल शिक्षा समिति ये कोशिश करेगी कि आज जो 500 से ज्यादा पौधे कैंपस में लग रहे हैं. उनकी उचित देखभाल करते हुए उन्हें संरक्षित कर सकें.
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वहीं पर्यावरण दिवस के मौके पर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से मैराथन का आयोजन किया गया. मैराथन को लेकर अल्बर्ट हॉल पर हजारों की संख्या में पर्यावरण प्रेमी पहुंचे. इस दौरान पर्यावरण से संबंधित कई तरह के लिटरेचर का विमोचन भी किया गया. साथ ही वन विभाग की ओर से 5 हजार पौधे भी वितरित किए गए और शहर भर में कई जगह एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन भी शुरू किए गए. इस दौरान मंच से शकुंतला रावत ने वन विभाग से पर्यावरण के प्रति सजग लोगों को निशुल्क पौधे उपलब्ध कराने की भी अपील की.