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राजस्थान 'जल', 'थल' और 'नभ' के रास्ते जीतेगा कोरोना से जंग?

कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया परेशान और बेहाल है. हर दिन के साथ कोरोना से संक्रमित मरीज और इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, जहां एक तरफ पूरे देश में कोरोना वायरस अपने पैर पसरता जा रहा है वहीं राजस्थान इस महामारी से निपटने के लिए अब जल, थल और आसमान के रास्ते कोरोना से जंग लड़ रहा है.

Corona update in rajasthan, राजस्थान कोरोना से मौत
राजस्थान में पानी के रास्ते मोर्चाबंदी.
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Published : Apr 16, 2020, 10:58 AM IST

Updated : Apr 16, 2020, 11:45 AM IST

जयपुर. राजस्थान में बांसवाड़ा जिला प्रशासन इस महामारी से निपटने के खातिर जिले की जल सीमाओं को सील कर दिया है. पुलिस द्वारा जल सीमाओं पर चौकसी लगातार की जा रही है ताकि पानी के रास्ते कोई सीमा के अंदर प्रवेश ना कर सके. पुलिस की टीमें लगातार नावों में बैठकर सीमा पर निगरानी रख रही हैं. यहां पर मछुआरों पर पहले ही कई पाबंदिया लगा दी गई थी.

राजस्थान में पानी, आसमान और जमीन के रास्ते मोर्चाबंदी.
  • अजमेर में एक साथ सैकड़ों ग्रामीणों ने करवाया मुंडन
  • गांव में कोई प्रवेश ना कर सके, इसलिए कराया मुंडन
  • ग्रामीणों ने गांव की सभी सीमाओं को कर दिया है सील
  • गांव की सीमाओं पर युवक दिन-रात दे रहे हैं पहरा

राजस्थान से ही कोरोना के खिलाफ जंग की दूसरी तस्वीरें भी कुछ कम रोचक नहीं है. अजमेर जिले के मायापुर गांव की ये तस्वीरे हैं...सिर मुंडवाने के पीछे की वजह भी खास है...दरअसल, इस गांव के लोग नहीं चाहते कि बाहर का कोई भी व्यक्ति गांव में प्रवेश करे. लेकिन ये बड़ी चुनौती थी कि बाहर से आने वाले व्यक्ति की पहचान कैसे हो? इस दुविधा को दूर करने के लिए गांव के सभी लोगों ने सिर मुंडवा लिया.

ये भी पढ़ें: राजस्थान के किसान ने मरुधरा में उगा दी 'कश्मीरी केसर'

इतना ही नहीं गांव के लोगों ने सभी सीमाओं को भी सील कर दिया है. इन सीमाओं पर गांव के युवक लगातार तैनात रहते हैं. अगर गांव के किसी व्यक्ति से मिलने बाहर का कोई व्यक्ति आता भी है, तो उसे सीमा पर ही रोक दिया जाता है. गांव के संबंधित व्यक्ति को बाहरी व्यक्ति से मिलने के लिए सीमा पर आना होता है. मुलाकात के बाद वहीं से बाहरी व्यक्ति को विदाई दे दी जाती है.

  • अजमेर की पीसांगन ग्राम पंचायत पर CCTV कैमरों से नजर
  • पांच हजार से ज्यादा है पीसांगन ग्राम पंचायत की आबादी
  • कैमरों से लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों पर रखी जा रही नजर

तीसरी तस्वीरें भी अजमेर जिले से ही है. अजमेर की यह पीसांगन पंचायत समिति की दातड़ा ग्राम पंचायत पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है. वैसे तो गांव में चोरी की वारदातों एवं बाहरी लोगों पर नजर रखने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. लेकिन अब लॉकडाउन और धारा-144 में का पालन कराने के लिए इसका अब उपयोग किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: पांच के पंच से COVID-19 पस्त, अजमेर कोरोना वायरस से मुक्त

इन कैमरों के जरिए गांव की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को प्रशासन समझाता है उसके बाद भी उल्लंघन करने पर कार्रवाई भी की जाती है..फिलहाल राजस्थान में कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राजस्थान में 'जल', 'थल' और 'नभ' के रास्ते कोरोना महामारी से मात देने वाली इस पहल पर कर किसी की नजर है.

जयपुर. राजस्थान में बांसवाड़ा जिला प्रशासन इस महामारी से निपटने के खातिर जिले की जल सीमाओं को सील कर दिया है. पुलिस द्वारा जल सीमाओं पर चौकसी लगातार की जा रही है ताकि पानी के रास्ते कोई सीमा के अंदर प्रवेश ना कर सके. पुलिस की टीमें लगातार नावों में बैठकर सीमा पर निगरानी रख रही हैं. यहां पर मछुआरों पर पहले ही कई पाबंदिया लगा दी गई थी.

राजस्थान में पानी, आसमान और जमीन के रास्ते मोर्चाबंदी.
  • अजमेर में एक साथ सैकड़ों ग्रामीणों ने करवाया मुंडन
  • गांव में कोई प्रवेश ना कर सके, इसलिए कराया मुंडन
  • ग्रामीणों ने गांव की सभी सीमाओं को कर दिया है सील
  • गांव की सीमाओं पर युवक दिन-रात दे रहे हैं पहरा

राजस्थान से ही कोरोना के खिलाफ जंग की दूसरी तस्वीरें भी कुछ कम रोचक नहीं है. अजमेर जिले के मायापुर गांव की ये तस्वीरे हैं...सिर मुंडवाने के पीछे की वजह भी खास है...दरअसल, इस गांव के लोग नहीं चाहते कि बाहर का कोई भी व्यक्ति गांव में प्रवेश करे. लेकिन ये बड़ी चुनौती थी कि बाहर से आने वाले व्यक्ति की पहचान कैसे हो? इस दुविधा को दूर करने के लिए गांव के सभी लोगों ने सिर मुंडवा लिया.

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इतना ही नहीं गांव के लोगों ने सभी सीमाओं को भी सील कर दिया है. इन सीमाओं पर गांव के युवक लगातार तैनात रहते हैं. अगर गांव के किसी व्यक्ति से मिलने बाहर का कोई व्यक्ति आता भी है, तो उसे सीमा पर ही रोक दिया जाता है. गांव के संबंधित व्यक्ति को बाहरी व्यक्ति से मिलने के लिए सीमा पर आना होता है. मुलाकात के बाद वहीं से बाहरी व्यक्ति को विदाई दे दी जाती है.

  • अजमेर की पीसांगन ग्राम पंचायत पर CCTV कैमरों से नजर
  • पांच हजार से ज्यादा है पीसांगन ग्राम पंचायत की आबादी
  • कैमरों से लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों पर रखी जा रही नजर

तीसरी तस्वीरें भी अजमेर जिले से ही है. अजमेर की यह पीसांगन पंचायत समिति की दातड़ा ग्राम पंचायत पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है. वैसे तो गांव में चोरी की वारदातों एवं बाहरी लोगों पर नजर रखने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. लेकिन अब लॉकडाउन और धारा-144 में का पालन कराने के लिए इसका अब उपयोग किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: पांच के पंच से COVID-19 पस्त, अजमेर कोरोना वायरस से मुक्त

इन कैमरों के जरिए गांव की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को प्रशासन समझाता है उसके बाद भी उल्लंघन करने पर कार्रवाई भी की जाती है..फिलहाल राजस्थान में कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राजस्थान में 'जल', 'थल' और 'नभ' के रास्ते कोरोना महामारी से मात देने वाली इस पहल पर कर किसी की नजर है.

Last Updated : Apr 16, 2020, 11:45 AM IST
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