जयपुर. राजस्थान निर्वाचन विभाग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता की मंगलवार सुबह अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसकी वजह से उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव बगरहट्टा ने बताया कि प्रारंभिक सूचना मिली थी कि घर में प्रवीण गुप्ता को अचानक घबराहट हुई और उन्हें काफी वोमिटिंग भी हुई. ऐसे में उन्हें इमरजेंसी में लाया गया. चेकअप में सभी टेस्ट नॉर्मल आए हैं. गुप्ता को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. डॉ सुधीर मेहता की निगरानी में प्रवीण गुप्ता को ट्रीट किया जा रहा है. फिलहाल उन्हें मेडिकल आईसीयू में शिफ्ट किया गया है. प्रारंभिक उपचार के बाद उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है.
प्रवीण गुप्ता की हालत स्थिर: SMS अस्पताल अधीक्षक डॉ अचल शर्मा ने बताया कि प्रवीण गुप्ता को तेज खांसी और वोमिटिंग की शिकायत के साथ अस्पताल के इमरजेंसी में लाया गया था. जहां से उन्हें मेडिकल आईसीयू में एडमिट किया गया.उन्होंने बताया कि गुप्ता के इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया गया है. बोर्ड में जनरल फिजिशियन, कार्डियोलॉजिस्ट भी शामिल किए गए हैं. अभी गुप्ता की स्थिति काफी बेहतर बताई जा रही है.
सुबह हुई थी घबराहट : मेडिकल बोर्ड के प्रमुख डॉ सुधीर मेहता ने बताया कि प्रवीण गुप्ता घर में खाना खा रहे थे, खाते-खाते एक मोबाइल फोन आया, तो गुप्ता फोन भी सुन रहे थे उन्होंने स्पष्ट किया कि बहुत बार ऐसा होता है कि खाना खाते-खाते जब बात कर रहे होते हैं, तो फूड पार्टिकल सांस की नली में चला जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक बात करने के दौरान ही खाना का कुछ अंश सांस नली में चला गया जिससे गुप्ता को बहुत तेज खांसी हुई और वोमिटिंग भी हुई. चूंकि गुप्ता एस्थेमेटिक है, जिसकी वजह से ऑक्सीजन सैचुरेशन कम हुआ. इसी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्होंने बताया कि अब ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है, सैचुरेशन नॉर्मल आ चुका है, ब्लड प्रेशर मेंटेन है. हालांकि अभी भी गुप्ता को 24 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा और अभी हालत एकदम स्थिर है.
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चुनाव प्रबंधन का संभाल रखा था जिम्मा : बता दें कि प्रदेश में 25 नवंबर को विधानसभा के लिए मतदान हुआ है. प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हो इसको लेकर प्रवीण गुप्ता लगातार अपने कार्य को अंजाम दे रहे थे. हर दिन तीन से चार बैठकों के जरिए चुनाव प्रबंधन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रवीण गुप्ता कुशल नेतृत्व के चलते ही प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई है. इस बार कहीं पर भी कोई रिपोलिंग की स्थिति नहीं बनी और न ही कहीं कोई बड़ी घटना हुई है. गुप्ता ने बिना किसी रेस्ट के लगातार चुनाव प्रबंधन का जिम्मा संभाला है.