जयपुर. नशीली दवाइयों के मामलों में दो करोड़ रुपए की घूस मांगने के आरोपों से घिरी एसओजी की निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल की परेशानियां बढ़ती नजर आ रही हैं. सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने चिड़ावा (झुंझुनू) स्थित उनके पैतृक आवास पर सर्च की कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी की एक टीम चिड़ावा स्थित दिव्या मित्तल के पैतृक आवास पहुंची और वहां सर्च की कार्रवाई की. दिव्या के भाई की मौजूदगी में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस आवास को बीते 9 जून को एसीबी ने सील कर दिया था. दरअसल, 9 जून को जब एसीबी की टीम वहां पहुंची थी तो टीम को वहां कोई नहीं मिला था और मकान पर ताला लगा था. ऐसे में एसीबी ने उस मकान को सील कर दिया था.
अब सर्च की कार्रवाई का नोटिस देकर दिव्या के भाई की मौजूदगी में सर्च की कार्रवाई की गई. एसीबी के सूत्रों का कहना है कि दिव्या मित्तल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया गया है. अब उसी मामले के अनुसंधान के चलते यह कार्रवाई की गई है. जयपुर व अन्य जगहों पर स्थित दिव्या के ठिकानों पर 9 जून को भी एसीबी ने सर्च की कार्रवाई की थी. इसी कड़ी में सोमवार को चिड़ावा स्थित उनके पैतृक आवास की तलाशी लेकर अहम दस्तावेज व अन्य जानकारी खंगाली जा रही है.
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एसीबी ने किया था गिरफ्तार - यह पूरा मामला नशीली दवाओं की तस्करी के मामले को लेकर दर्ज मुकदमों की जांच से जुड़ा है. जिनकी जांच एसओजी की निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल को सौंपी गई थी. इन मामलों की जांच में ढील के बदले दिव्या ने दो करोड़ की रिश्वत मांगी थी और एक करोड़ रुपए बतौर रिश्वत लिए भी थे. इसके चलते सुनील नंदवानी को 15 दिन में जमानत मिल गई थी.
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वहीं, एसीबी ने दिव्या मित्तल को इस साल 16 जनवरी को अजमेर से हिरासत में लिया था और जयपुर लाकर गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद वो करीब 100 दिनों तक जेल में रही और 31 मार्च को उसकी जमानत हुई थी.