जयपुर. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के मामले में देशभर में कांग्रेस ने आंदोलन का ऐलान किया है. इसी कड़ी में रविवार को राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस सत्याग्रह आंदोलन की शुरूआत करेगी. जिसके तहत सभी जिला मुख्यालयों पर सुबह 10:00 बजे से सत्याग्रह की शुरुआत की जाएगी. जयपुर में कलेक्ट्रेट सर्किल पर सत्याग्रह आंदोलन के तहत राहुल गांधी के मामले में केंद्र सरकार के प्रति कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे.
खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के नेतृत्व में जयपुर में आयोजित सत्याग्रह में बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं के शामिल होने की बात कही जा रही है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता महात्मा गांधी की तस्वीर लगाकर सत्याग्रह के जरिए राहुल गांधी के खिलाफ केंद्र सरकार के एक्शन पर विरोध जाहिर करेंगे. इससे पहले शनिवार को राजधानी जयपुर की सड़कों पर कांग्रेस की ओर से पोस्टर बैनर भी लगाए गए. जिसमें लिखा है कि सच्चाई को ना ही दबाया जा सकता है और ना ही झुकाया जा सकता है. पीसीसी के बैनर पर कहा गया कि हम संसद से सड़क तक लड़ाई भी लड़ेंगे और जीतेंगे भी.
डोटासरा ने जिला समितियों को दिए सत्याग्रह के निर्देश
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सभी जिला कांग्रेस समितियों को निर्देश दिए हैं कि वे सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक अपने जिला मुख्यालय पर सत्याग्रह करें. एक पत्र लिखकर डोटासरा ने कहा कि मोदी सरकार की क्रोनी केपिटलिज्म की नीति से सभी वाकिफ हैं. उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक संकट के दौर में देश की प्रमुख संपत्ति को अडानी को बेच रही है. गोविंद सिंह डोटासरा ने आरोप लगाया कि एसबीआई और एलआईसी जैसे संस्थानों को भी केंद्र सरकार जबरन निवेश के लिए बाध्य कर रही है.
केंद्र की इस नीति के वजह से मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों के सामने आर्थिक संकट के हालात पैदा हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि आज के दौर में गरीबों की आर्थिक बचत जोखिम में है. डोटासरा ने ये भी कहा कि भाजपा के षडयंत्र के आधार पर केंद्र सरकार ने तानाशाही वाला रुख अख्तियार करके राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता को रद्द करवा दिया. प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोंटने का काम किया है. इसी मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे राहुल गांधी के खिलाफ हुई इस कार्रवाई के विरोध में बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाएं.