जयपुर. राजस्थान में एक ओर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त किए जाने के बाद इस बात की चर्चा है कि क्या अब कांग्रेस पार्टी भी राजेंद्र गुढ़ा से किनारा कर सकती है. बहरहाल कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विधायकों और मंत्रियों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वरीयता देनी शुरू कर दी है. रंधावा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बात रखते हुए यहां तक बोल दिया कि मंत्री और विधायक तो किसी भी पार्टी से आकर बन सकते हैं, लेकिन कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी का ही होगा.
मतलब साफ है कि अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मंत्रियों-विधायकों के ऊपर वरीयता दिया जाना शुरू होगा. रंधावा ने कहा कि विधायक और मिनिस्टर ही केवल लीडर नहीं हैं, कांग्रेस का कार्यकर्ता सबसे बड़ा लीडर है. रंधावा ने कहा कि हमारे लिए मंत्री, एमएलए तो किसी भी पार्टी का आकर बन सकता है, लेकिन वर्कर किसी पार्टी का आकर नहीं बन सकता. वर्कर केवल कांग्रेस का कार्यकर्ता ही बन सकता है.
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मानता हूं कि रही कार्यकर्ताओं के सम्मान में कमी : कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुखजिंदर सिंह रंधावा ने यह भी स्वीकार किया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मान में कुछ कमी रही है, लेकिन उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस बात को लेकर आश्वस्त किया कि इस कमी को वह आगे पूरा करेंगे. रंधावा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में अगर सबसे ज्यादा मजबूत एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी मजबूत है तो वह राजस्थान में है.
उन्होंने कहा कि कमी एक है कि इनको कई बार ऐसा लगता है कि हमारा सम्मान नहीं हो रहा. हमें पूछा नहीं जा रहा. राजस्थान कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने यह बात स्वीकार करते हुए कहा कि मैं भी मानता हूं कि यह बात कि कमी है, लेकिन हम मिलकर इस कमी को दूर करेंगे और हर लीडर का सम्मान होना चाहिए.