जयपुर. जयपुर. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले में अपनी गहलोत सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है. सचिन पायलट ने अपनी तीन मांगे रखते हुए सरकार को 15 दिनों का समय दिया है. उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी भी दी है कि अगर 15 दिनों में उनकी तीनों मांगे पूरी नहीं होती है, तो वह गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन और जन संघर्ष यात्रा के बाद अब पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे और जनता के साथ सड़कों गांव में मार्च निकालेंगे.
मैं हर कुर्बानी देने को तैयार हूं-सचिनः पायलट ने कहा कि मैं किसी पद पर रहूं, या नहीं रहूं, मैं राजस्थान की जनता की सेवा आखरी सांस तक करता रहूंगा. उन्होंने कहा कि मैं डरने वाला नहीं हूं. मैं घबराने वाला नहीं हूं. मैं दिलवाला हूं और लड़ता रहूंगा. अगर कोई उनसे प्यार से मांगेगा तो हाथ काट कर दे देंगे लेंगे लेकिन अगर कोई झुकाकर मांगेगा तो कुछ देने वाले नहीं. मैं नौजवानों के छालों की कसम खाता हूं कि मैं पीछे हटने वाला नहीं, मैं आपके साथ खड़ा हूं और हमेशा रहूंगा. पायलट ने अपनी ही सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या राजनीति सिर्फ सत्ता और पद पर बैठने के लिए है? क्या नौजवान दर-दर भटकता रहे और हम केवल सत्ता का सुख लेंगे, यह संभव नहीं है जो भी कुर्बानी देनी होगी मैं देने को तैयार हूं.
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वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच होः सचिन पायलट ने अपनी पहली मांग में वसुंधरा राजे सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार पर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. पायलट ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि मैंने चिट्ठी लिखी, बार बार निवेदन किया, आग्रह किया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. अब हमने जन संघर्ष यात्रा निकाली है. उम्मीद करता हूं कि कार्रवाई होगी. उन्होंने अपनी इस मांग को लेकर 11 अप्रैल को अनशन, और पेपर लीक मामले में 11 मई से 5 दिन की पैदल यात्रा कर भ्रष्टाचार करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं. अब सोमवार को सचिन पायलट की यात्रा पूरी हो गई है. उन्होंने गहलोत सरकार को सीधे तौर पर अपनी तीन मांगे रखते हुए अल्टीमेटम दे दिया है कि अगर उनकी मांगों पर 15 दिन में कार्यवाही नहीं हुई तो वह अब गांधीवादी तरीके से अनशन करने या पैदल मार्च करने की जगह आंदोलन करेंगे. गांव, शहर, ढाणी में जनता के साथ मार्च करेंगे.
आरपीएससी को भंग किया जाएः सचिन पायलट ने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि पेपर लीक मामले में जितने भी बच्चे प्रभावित हुए हैं उन सब को सरकार उनके खर्च का आर्थिक मुआवजा दे. पायलट ने अपनी दूसरी मांग रखते हुए कहा कि आरपीएससी इतनी बड़ी संस्था है. उसके लिए धारणा बनी हुई है कि वहां जुगाड़ चलता है. आरपीएससी में नियुक्तियां राजनीतिक दृष्टिकोण से की जाती हैं. ऐसे में दूसरी मांग मैं सरकार से करता हूं कि नौजवानों का विश्वास कायम करने के लिए आरपीएससी को भंग किया जाए.