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Rajasthan Assembly Session : सदन में विपक्ष का हंगामा, कहा- मदन नहीं तो सदन नहीं, स्पीकर सीपी जोशी बोले आदर्श परम्परा को नहीं तोड़ें

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर हंगामे के साथ शुरू हुई. विपक्ष ने मदन नहीं तो सदन नहीं के नारे के साथ प्रश्नकाल में हंगामा किया तो वहीं, स्पीकर ने विपक्ष को शून्यकाल में उनकी बात रखने को कहा.

Rajasthan Assembly Session
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Published : Aug 2, 2023, 4:14 PM IST

विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी

जयपुर. आठ दिन के ब्रेक बाद विधानसभा का आठवां सत्र बुधवार से शुरू हुआ. सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. इस दौरान विपक्ष ने सत्तापक्ष पर हमलावर रुख अख्तियार रखा. साथ ही मदन नहीं तो सदन नहीं के नारे लगाए गए. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विपक्ष से सदन की परंपरा को बनाए रखने की अपील की और कहा कि गलत परंपरा के साथ प्रश्नकाल को प्रभावित करने की कोशिश न करें. दूसरे राज्य जब यहां की परंपराओं को फॉलो करते हैं तो इसे बिगाड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. जोशी ने आगे कहा कि विपक्ष को शून्यकाल में उनकी बात रखने का पूरा समय दिया जाएगा. इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हो सका.

सदन में लगे नारे - दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने मदन नहीं तो सदन नहीं के नारे लगाए. करीब 10 मिनट तक विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया. लगातार विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे नारे और हंगामे के चलते विधायक अपने सवाल नहीं कर पाए. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने तल्ख रुख अख्तियार किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष गलत परंपरा सदन में डाल रहा है. संसदीय कार्यप्रणाली के तहत प्रश्नकाल में निर्धारित प्रश्न के आलावा दूसरे प्रश्न पर कोई चर्चा नहीं हो सकती है.

इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Session : लाल डायरी पर सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच तू-तू-मैं-मैं, हंगामे के बाद सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

हिन्दुस्तान में आदर्श - विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि संसदीय परंपराओं का निर्वहन करने में हिन्दुस्तान में राजस्थान की विधानसभा आदर्श रही है. जोशी ने विपक्ष से आग्रह किया कि प्रश्नकाल में डिस्टर्ब करने की परंपरा नहीं है. इस तरह की परंपरा नहीं डाले, जो अधिकार दिए हुए हैं उनका उपयोग करें. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल में जो सवाल सूची में लगे हैं, उन्हीं पर चर्चा होगी. इसके बाद फिर से सदन में हंगामा शुरू हो गया. विपक्ष के सदस्य बेल में आकर नारेबाजी करने लगे. इस पर जोशी ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को इंगित करते हुए कहा कि आप सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक है, आज तक इतिहास में कभी भी प्रश्नकाल इस तरह से प्रभावित नहीं हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के सदस्यों की भावनाओं को समझते हुए उन्हें शून्यकाल में बात रखने का समय दिया जाएगा, लेकिन प्रश्नकाल को इस तरह से प्रभावित करना सही नहीं है.

सदन में लगे वंदे मातरम् के नारे - सदन में प्रश्नकाल में हुए हंगामे में विपक्ष के सदस्यों ने वंदे मातरम् के नारे लगाए. जिसके चलते एक घंटे का प्रश्नकाल 40 मिनट भी नहीं चल सका. सदन की कार्यवाही के दौरान जोशी ने कहा कि आज भी संसदीय परंपराओं के नियमों के अनुसार सदन चलाना चाहता हूं, अपेक्षा करता हूं कि विपक्ष उन परंपराओं को ध्यान रखें, क्योंकि राजस्थान विधानसभा की परंपराएं और कार्यशैली को दूसरे राज्य फॉलो करते हैं. ऐसे में किसी भी तरह से परंपराएं नहीं टूटनी चाहिए.

विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी

जयपुर. आठ दिन के ब्रेक बाद विधानसभा का आठवां सत्र बुधवार से शुरू हुआ. सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. इस दौरान विपक्ष ने सत्तापक्ष पर हमलावर रुख अख्तियार रखा. साथ ही मदन नहीं तो सदन नहीं के नारे लगाए गए. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विपक्ष से सदन की परंपरा को बनाए रखने की अपील की और कहा कि गलत परंपरा के साथ प्रश्नकाल को प्रभावित करने की कोशिश न करें. दूसरे राज्य जब यहां की परंपराओं को फॉलो करते हैं तो इसे बिगाड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. जोशी ने आगे कहा कि विपक्ष को शून्यकाल में उनकी बात रखने का पूरा समय दिया जाएगा. इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हो सका.

सदन में लगे नारे - दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने मदन नहीं तो सदन नहीं के नारे लगाए. करीब 10 मिनट तक विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया. लगातार विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे नारे और हंगामे के चलते विधायक अपने सवाल नहीं कर पाए. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने तल्ख रुख अख्तियार किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष गलत परंपरा सदन में डाल रहा है. संसदीय कार्यप्रणाली के तहत प्रश्नकाल में निर्धारित प्रश्न के आलावा दूसरे प्रश्न पर कोई चर्चा नहीं हो सकती है.

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हिन्दुस्तान में आदर्श - विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि संसदीय परंपराओं का निर्वहन करने में हिन्दुस्तान में राजस्थान की विधानसभा आदर्श रही है. जोशी ने विपक्ष से आग्रह किया कि प्रश्नकाल में डिस्टर्ब करने की परंपरा नहीं है. इस तरह की परंपरा नहीं डाले, जो अधिकार दिए हुए हैं उनका उपयोग करें. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल में जो सवाल सूची में लगे हैं, उन्हीं पर चर्चा होगी. इसके बाद फिर से सदन में हंगामा शुरू हो गया. विपक्ष के सदस्य बेल में आकर नारेबाजी करने लगे. इस पर जोशी ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को इंगित करते हुए कहा कि आप सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक है, आज तक इतिहास में कभी भी प्रश्नकाल इस तरह से प्रभावित नहीं हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के सदस्यों की भावनाओं को समझते हुए उन्हें शून्यकाल में बात रखने का समय दिया जाएगा, लेकिन प्रश्नकाल को इस तरह से प्रभावित करना सही नहीं है.

सदन में लगे वंदे मातरम् के नारे - सदन में प्रश्नकाल में हुए हंगामे में विपक्ष के सदस्यों ने वंदे मातरम् के नारे लगाए. जिसके चलते एक घंटे का प्रश्नकाल 40 मिनट भी नहीं चल सका. सदन की कार्यवाही के दौरान जोशी ने कहा कि आज भी संसदीय परंपराओं के नियमों के अनुसार सदन चलाना चाहता हूं, अपेक्षा करता हूं कि विपक्ष उन परंपराओं को ध्यान रखें, क्योंकि राजस्थान विधानसभा की परंपराएं और कार्यशैली को दूसरे राज्य फॉलो करते हैं. ऐसे में किसी भी तरह से परंपराएं नहीं टूटनी चाहिए.

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