जयपुर. पहले से ही उम्मीद की जा रही थी कि विधानसभा में प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरेगा और हुआ भी ठीक वैसा ही. स्थगन प्रस्ताव शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार को जमकर घेरा. विपक्ष के तमाम नेताओं ने महिला और नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म, गैंगवार, लूट-डकैती जैसी घटनाओं को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया. विपक्ष ने बदहाल और जर्जर हो चुकी कानून-व्यवस्था पर सदन में जवाब मांगते हुए हंगामा किया और सदन का वॉकआउट किया.
गहलोत पीनल कोड काम कर रहा : इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने प्रदेश की बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर सदन का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि जोधपुर में नाबालिग बच्चियों के साथ एक के बाद एक दुष्कर्म की घटना होती है. नादौती में एक दलित को एसिड डालकर जला दिया जाता है. भरतपुर में आपसी रंजिश के बीच एक गैंगस्टर की पुलिस कस्टडी में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी जाती है. इतना ही नहीं, विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाता है, जबकि वो व्यक्ति जिंदा था. राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में इंडियन पीनल कोड, बल्कि गहलोत पीनल कोड काम कर रहा है.
प्रदेश में कानून-व्यवस्था हुई जर्जर : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि 15वीं विधानसभा का यह सत्र प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर चिंता व्यक्त कर रहा है. सभी सदस्यों ने प्रदेश की बिगड़ी और जर्जर हो चुकी इस कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है. बड़ी चिंता होती है जब राजस्थान में हर सप्ताह एक निर्भया कांड आकार लेता है. कभी बेटी को जला दिया जाता है तो कभी स्कूल में बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है. राजस्थान के मुख्यमंत्री मामले में ट्वीट करते हैं, उन पीड़ितों के प्रति कोई संवेदना प्रकट नहीं करते.
एक-दो नहीं, दर्जनों घटनाएं : राठौड़ ने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि भरतपुर के गैंगस्टर को पुलिस की मौजूदगी में गोलियों से भून दिया जाता है, जबकि मृतक पहले ही लगातार अपनी जान को खतरा बता कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी करने की अर्जी लगा चुका था. राठौड़ ने सवाल उठाया कि आखिर इस घटना के पिछले कौन शामिल है, इसका खुलासा होना जरूरी है.
राजस्थान में गहलोत पीनल कोड : राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नहीं, बल्कि किस्सा कुर्सी का चल रहा है. जनता अराजकता के माहौल में जीने को मजबूर है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी योजनाओं का वीडियो कॉन्टेस्ट कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी सम्मान राह पर है. प्रदेश में 'नहीं सहेगा राजस्थान' के जरिए सरकार की पोल खोलने का काम करेंगे. राठौड़ ने बीजेपी विधायक मदन दिलावर पर दर्ज मुकदमे का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में रतनगढ़ के विधायक को धमकी दी जाती है. रामगंज मंडी से आने वाले सदस्य पर जिंदा व्यक्ति की हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाता है. प्रदेश में आईपीसी का नहीं बल्की जीपीसी का राज है, यानी पुलिस इंडियन पीनल कोड के नियमों को नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड मान रही है.
बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर वॉकआउट : प्रदेश की बदहाल कानून-व्यवस्था पर उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, विधायक रामलाल शर्मा और आरएलपी विधायक नारायण बेनीवाल ने भी स्थगन प्रस्ताव के दौरान मुद्दा उठाया. स्थगन प्रस्ताव के दौरान विपक्ष ने कानून-व्यवस्था को लेकर सत्ता पक्ष से जवाब मांगते हुए हंगामा किया. विपक्ष ने वेल में आकर नारेबाजी की. इसके बाद सदन से वॉकआउट किया.
संयम लोढ़ा बोले- बीजेपी का दामन काला है : जोधपुर में जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के ओल्ड कैंपस में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की घटना पर सोमवार को विधानसभा हंगामा हुआ. दुष्कर्म के मामले में ABVP के छात्र नेता पर आरोप को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने सवाल उठाए. लोढ़ा ने कहा कि जोधपुर गैंगरेप मामले में बीजपी सरकार से जवाब नहीं मांग रही, क्योंकि आरोपी इनके संगठन से हैं. इस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए इस बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की. हंगामा बढ़ते देख सभापति ने सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया.