जयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने फिर एक बार छात्र नेताओं की तरफ नजरें जमा ली हैं. यही वजह है कि पार्टी युवा चेहरों को अपने साथ जोड़ रही है. इसी क्रम में भाजपा ने राजस्थान के प्रतिष्ठित जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी को साथ जोड़ लिया है. रविंद्र भाटी ने भाजपा ज्वाइन करने के साथ ही ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि वो विचारों से पहले से ही इस परिवार के साथ थे, अब औपचारिक तौर पर शामिल हुए हैं. प्रदेश और केंद्र के निर्देशन में युवाओं को ज्यादा से जयादा भाजपा के साथ जोड़ने का काम करेंगे. हालांकि, रविंद्र भाटी ने विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल जवाब को टालते हुए कहा कि पार्टी जो भी निर्देश देगी उसी पर काम करेंगे.
औपचारिक रूप से हुआ शामिल : रविंद्र भाटी ने कहा कि इन पांच सालों में युवाओं की आवाज दबाने की कोशिश हुई है, उसके खिलाफ लगातार आवाज उठाई है. इस गहलोत सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलावड़ करने का काम किया, उसके खिलाफ मोर्चा खोला है. उन्होंने कहा कि वो आज भले ही औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हुए हों, लेकिन वैचारिक रूप से वो शुरू से ही बीजेपी के साथ थे. प्रदेश और भाजपा के केंद्र नेतृत्व का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर प्रदेश में कमल खिलाएंगे और इस सरकार को सत्ता से बाहर निकालने का काम करेंगे. विधानसभा चुनाव को लेकर रविंद्र भाटी ने कहा कि वो एक आम कार्यकर्ता के रूप में आज भाजपा में शामिल हुए हैं, प्रदेश और केंद्र नेतृत्व जो भी जिम्मेदार देगा, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाना है. चुनाव को लेकर पार्टी या संगठन से कोई बात नहीं हुई है.
कौन हैं रविंद्र भाटी : राजस्थानी भाषा में पोस्ट ग्रेजुएट रविंद्र सिंह भाटी ने साल 2016 में छात्र राजनीति में कदम रखा. उन्होंने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के 57 साल के छात्रसंघ चुनावी इतिहास में साल 2019 में पहली बार निर्दलीय जीतकर परचम लहराया था. भाटी एबीवीपी से छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते थे, टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय लड़कर रिकॉर्ड जीत हासिल की थी और राजस्थान में युवा राजनीति का बड़ा चेहरा बनकर उभरे. इसके बाद आंदोलन और आक्रामक रवैया के चलते युवाओं में पॉपुलर हुए. पिछले दिनों राजस्थानी भाषा को मान्यता मिले इसको लेकर राजधानी जयपुर में बड़ी रैली निकाली थी. भाटी लंबे समय से बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र में पूरे एक्टिव तरीके से प्रचार-प्रसार और जनसंपर्क में जुटे रहे हैं. पिछले दिनों शिव विधानसभा में बड़ी रैली भी की थी. इसके बाद से ये माना जा रहा था कि भाटी शिव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पहले ये तय नहीं था कि वो किसी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे या निर्दलीय. अब भाजपा में शामिल होने के साथ ये माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें शिव से प्रत्याशी घोषित कर युवाओं पर एक बड़ा दांव खेल सकती है.