जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. इन चुनावों में कांग्रेस जहां सत्ता में वापसी का दावा कर रही है तो भाजपा भी प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की सियासी परंपरा बनाए रखने की जद्दोजहद में लगी है. सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस की उन 52 सीटों पर पैनी नजर है, जहां से पार्टी लगातार हार का सामना कर रही है और भाजपा इन सीटों को लगातार जीत रही है.
ऐसी 52 सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कांग्रेस युद्ध स्तर पर जुटी है. न केवल प्रदेश कांग्रेस बल्कि एआईसीसी की स्क्रीनिंग कमेटी भी ऐसी सीटों को पार्टी की झोली में डालने की मशक्कत में जुटी है. इसके लिए कमेटी की ओर से धरातल से जुड़े पदाधिकारियों के साथ मंथन कर हार के कारण जानकर उन्हें दूर करने और जीत के नए समीकरण बनाने का प्रयास किया गया.
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने रविवार को इन 52 सीटों में से 26 सीटों से जुड़े पार्टी के ब्लॉक अध्यक्षों के साथ लंबा मंथन किया और भाजपा की लगातार जीत के रथ को रोकने के लिए कमर कसी है. बाकि 26 ब्लॉक अध्यक्षों के साथ कल सोमवार को बैठक की जाएगी. गौरव गोगोई का कहना है कि उन्हें प्रदेश की जनता पर पूरा भरोसा है और जनता की राय कांग्रेस के पक्ष में है.
हार के कारण और जीत के नए समीकरणों पर मंथन : जिन सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा है. उनके ब्लॉक अध्यक्षों व सहयोगियों से स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई, सदस्य गणेश गोंदिया और अभिषेक दत्त ने चर्चा की. इस दौरान क्षेत्र में जीत के समीकरण, हार के कारणों सहित तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई. गोगोई ने एक-एक ब्लॉक अध्यक्ष से चर्चा कर क्षेत्र की पूरी जानकारी ली. साथ ही कहा कि वाे क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के लिए संदेश लेकर जाएं कि पार्टी को जिताने के लिए जुटना हाेगा. पार्टी का कार्यकर्ताओं को संदेश है कि हर हाल में हार के दाग को मिटाना होगा और कांग्रेस की जीत का झंडा फहराना है.
भाजपा की जीत के रथ को रोकना है : इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए स्क्रीनिंग कमेटी अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा कि एआईसीसी स्क्रीनिंग कमेटी का प्रदेश का दूसरा दौरा है. पहले चार दिन का दौरा किया गया था. जिसमें तीन दिन जयपुर और एक दिन उदयपुर जाकर रायशुमारी की गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के साथ ही कांग्रेस सचिव, मंत्री, विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व विधायकों से मुलाकात की गई. सभी ने पार्टी की स्थिति मजबूत बताई है.
गोगोई ने कहा कि अब दो दिन का दौरा है और हम उन 52 सीटों पर फोकस कर मंथन कर रहे हैं. जहां कांग्रेस लगातार हार रही है, वहां भाजपा की जीत का सिलसिला रोकना है और कांग्रेस की जीत का परचम फहराना है.
चुनावी तैयारियों में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस मजबूत : एआईसीसी की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव ने कहा कि तीन सदस्यों वाली स्क्रीनिंग कमेटी का दूसरा दौरा है. प्रियंका गांधी की टोंक में रैली है. पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खड़गे रैली करके गए हैं. भाजपा की तुलना में कांग्रेस के कार्यक्रमों में भीड़ ज्यादा आ रही है. राज्य के 25 लोकसभा क्षेत्रों में ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं, जो अन्य राज्यों से आए हैं. लोगों की राय पर चुनाव का नतीजा तय होता है. उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस को दुबारा सत्ता में लाने का लोगों ने मन बनाया है.