जयपुर। राजस्थान विधानसभा में कारागार एवं ग्रह की अनुदान मांगों पर चर्चा करते हुए उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आज संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के संचालक की तस्वीरें सदन में लहराई. राजेंद्र राठौड़ ने कहा की संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के संचालक विक्रम सिंह कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. एक कांग्रेस कार्यकर्ता के माध्यम से मुख्यमंत्री भाजपा के इतने बड़े नेता को इसलिए समाप्त करना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने उनके बेटे को लोकसभा का चुनाव हराया. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि गजेंद्र सिंह ने अपना प्लॉट 10 करोड़ में बेचा और नियमों के अनुसार कभी भी प्रॉपर्टी बेचने वाला खरीदने वाली से नहीं पूछता की उसके पास पैसा कहां से आया.
कोई MLA बना है मिनी मुख्यमंत्री तो कोई डीजीः उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बेटे को हराने के चलते यह साजिश हो रही है. क्या अपनी प्रॉपर्टी किसी को भेजना इतना बड़ा गुनाह है कि एक मंत्री और उनकी मां पर आरोप लगाया गया. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि समय का चक्र बदल रहा है. आने वाले समय में ऐसा करने वाले लोगों को भी इसका भुगतान करना होगा. पहले पुलिस इंडियन पीनल कोड की धाराओं में करती थी कार्रवाई. अब राजस्थान में हो रही MLA पीनल कोड के तहत कार्रवाई. उन्होंने आगे तंज कसा कि कोई विधायक बना हुआ है मिनी मुख्यमंत्री कोई कार्यवाहक डीजी.
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मंत्री राजेंद्र गुढ़ा प्रितपक्ष की सीट पर बैठेः उप नेता प्रतिपक्ष के तौर पर जब राजेंद्र राठौड़ अपनी बात कह रहे थे तो अचानक मंत्री राजेंद्र गुढ़ा उनकी सीट पर आकर बैठ गए. इस दौरान विधायकों ने कहा कि एक मंत्री विपक्ष में आकर कैसे बैठ गया. उन्होंने कहा कि हमने वह समय भी देखा जब सरकार 3 महीने तक होटलों में बंद रही और अपने ही सहयोगियों पर राजद्रोह का आरोप लगाया. राजेंद्र राठौड़ ने फोन टैपिंग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि टेलीग्राफ एक्ट बना हुआ है. जिसकी धज्जियां उड़ाते हुए लोगों के अनाधिकृत टेलीफोन टेप किए गए और राजस्थान का इंटेलिजेंस विभाग केवल एक काम करता रहा कि दो दलों में बैलेंस ठीक है या नहीं और कौन किस से संपर्क कर रहा है.