लोकतंत्र के इस महापर्व के लिए 11 अप्रैल से 19 मई के बीच 7 चरणों में 542 सीटों पर मतदान हुआ. राजस्थान की 25 में से 13 सीटों पर 29 अप्रैल को चौथे चरण में मतदान हुआ. जबकि बाकि 12 सीटों पर 6 मई को मतदान संपन्न हुआ. राजस्थान में इस बार के लोकसभा चुनाव में 25 सीटों पर कुल 364 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें से 29 अप्रैल को 13 सीटों के लिए 115 और छह मई को दूसरे चरण की 12 सीटों के लिए 134 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहे.
राजस्थान की अगर बात करें तो यहां की 25 लोकसभा सीटों पर कुल 364 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप करते हुए 25 की 25 सीटें जीती थी. तब मोदी लहर के चलते भाजपा ये कारनामा दिखाने में कामयाब रही थी. लेकिन प्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन और एंटिइनकंबेंसी के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार ये आंकड़ा कम हो सकता है. एग्जिट पोल के सर्वे में भी अधिकांश एजेंसियों के मुताबिक भाजपा 20+ और कांग्रेस 4 या 5+ रह सकती है. हालांकि कितनी सीटें किसको मिलती हैं इसके पत्ते तो ईवीएम मशीनें ही खोलेंगी. अब बात कर लेते हैं हॉट सीटों की. प्रदेश में 5 हॉट सीटें ऐसी हैं जिन पर सबकी निगाहें टिकी हैं. इनमें सबसे पहले नंबर पर है जोधपुर लोकसभा सीट जहां से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत आमने-सामने हैं. इसके बाद जयपुर ग्रामीण सीट, जहां केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह शेखावत और अंतरराष्ट्रीय एथलीट कृष्णा पूनिया के बीच मुकाबला है. वहीं बाड़मेर सीट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेन्द्र सिंह और भाजपा के कैलाश चौधरी के बीच मुकाबला है. तो नागौर सीट पर हनुमान बेनीवाल और ज्योति मिर्धा के बीच मुकाबला भी दिलचस्प होगा. बीकानेर सीट पर टक्कर भी देखने लायक होगी जहां भाजपा के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन लाल मेघवाल हैं और उनके सामने पूर्व आईपीएस मदन गोपाल हैं.
चुनावी मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी. पिछले कई दिनों से स्टॉ्ंग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में कैद ईवीएम पर नतीजे आना कुछ देर में शुरू हो जाएंगे. काउंटिंग की प्रक्रिया शाम तक लंबी चलने की संभावना है. इससे पहले प्रदेशभर में कड़े सुरक्षा प्रबंध कर दिए गए हैं.