जयपुर. राजधानी में चिकित्सा विभाग की ओर से एक दिवसीय कायाकल्प, गुणवत्ता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा, केंद्रीय मिशन निदेशक मनोज झालानी, एनएचएम मिशन निदेशक डॉ समित शर्मा सहित प्रदेशभर के सीएमएचओ मौजूद रहे.
बुधवार को राजधानी में चिकित्सा विभाग की ओर से एक दिवसीय कायाकल्प, गुणवत्ता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था. इस दौरान केंद्रीय मिशन निदेशक मनोज झालानी, एनएचएम मिशन निदेशक डॉ समित शर्मा सहित प्रदेशभर के सीएमएचओ और चिकित्सा विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान मिशन निदेशक डॉ शर्मा ने मंच पर लगी वीडियो वॉल पर बीते दिनों में राजस्थान के 56 सरकारी अस्पताल का दौरे की पड़ताल की हकीकत चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा के सामने ही बयां कर दी. जिसके बाद चिकित्सा अधिकारी एक दूसरे की बगले झांकते हुए नजर आए.
कार्यशाला में चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की योजना को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान मिशन निदेशक डॉ समित शर्मा ने मंच पर लगी वीडियो वॉल पर बीते दिनों में राजस्थान के 56 सरकारी अस्पताल का दौरे की पड़ताल की हकीकत चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा के सामने ही बया कर दी. जिसमें उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई अस्पतालों में डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचते तो कई जगह आज तक इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. उन्होंने कहा कि सबसे अधिक स्वच्छ भारत मिशन की अगर कहीं धज्जियां उड़ाई जा रही हैं तो वो प्रदेश के सरकारी अस्पताल हैं. तस्वीरें यही बयां करती हैं.
एनआरएचम निदेशके के इस बयान के बाद वहां मौजूद सीएमएचओ, चिकित्सक और चिकित्सा विभाग के अधिकारी एक दूसरे की बगल झांकते दिखे. हालांकि उन्होंने कई ऐसे पीएचसी, सीएचसी केंद्रों का भी जिक्र किया जो रोल मॉडल के तौर पर सामने आए हैं. वो भी सिर्फ रोल मॉडल बनने के बाद मॉडल ही बन कर रह गए. इलाज के नाम पर वहां अभी तक कुछ नहीं हुआ, जिसकी पड़ताल के वीडियो के कुछ अंश डॉ शर्मा ने मंच पर लगी बड़ी स्क्रीन पर दर्शाया. उन्होंने कहा अगर प्रदेश का हर डॉक्टर और सीएमएचओ अपनी जिम्मेदारी समझे तो सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सकता है.
इस दौरान चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य अस्पतालों में चिकित्सा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए हैं. जिसमें अस्पतालों के बिगले हालात को सुधारने के भी निर्देश दिये गए हैं. इस मौके पर जिन अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त है वहां के चिकित्सकों को सम्मानित भी किया गया.