जयपुर. अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासी बयानबाजी लगातार जारी है. अब पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने राम मंदिर के बहाने राजनीति करने का आरोप लगाकर भाजपा पर निशाना साधा है. पीसीसी वॉर रूम पर गुरुवार को मीडिया से बातचीत में खाचरियावास ने कहा कि भाजपा 2014 से पहले जो मुद्दे उठाती थी. उन मुद्दों पर आज लोकसभा में चर्चा नहीं करती है. पिछला चुनाव भी भाजपा ने ध्रुवीकरण के आधार पर लड़ा था. भाजपा रामलला प्राण प्रतिष्ठा से ज्यादा कांग्रेस को बदनाम करने में जुटी है. राम मंदिर को लेकर भाजपा कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगा रही है. हम सब भगवान राम के भक्त और उनके वंशज हैं. अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी दीप जलाकर दिवाली मनाएंगे.
चावल बांट न्यौता, अयोध्या से निकाला जा रहा भक्तों को: खाचरियावास ने कहा कि एक तरफ तो रामलला प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में श्रद्धालुओं को घर-घर जाकर पीले चावल बांटे जा रहे हैं. दूसरी तरफ राम भक्तों को अयोध्या से निकाला जा रहा है. प्रधानमंत्री खुद कह रहे हैं कि बाहर से कोई भक्त 22 जनवरी को नहीं आए. राम मंदिर और अयोध्या पर भाजपा ने 22 जनवरी तक कब्जा कर लिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस पवित्र आयोजन को इवेंट में तब्दील कर दिया है. वे ही तय कर रहे हैं कि कौन अयोध्या आएगा और कौन नहीं आएगा.
नहीं चलेगा भाजपा का षड्यंत्र: खाचरियावास ने कहा कि राम मंदिर के ताले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही खुलवाए थे. प्रधानमंत्री अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैं. आज जरूरत इस बात की है कि शंकराचार्यों को आगे लाया जाए और उनकी बातों को सुनें, वे जो सवाल उठा रहे हैं. उनका भी जवाब दीजिए. भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर 3200 करोड़ रुपए का चंदा लिया. जिसका आज तक हिसाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने 22 जनवरी तक अयोध्या पर कब्जा कर रखा है. किसी को भी अयोध्या जाने की अनुमति नहीं है. भाजपा का षड्यंत्र इस बार लोकसभा चुनाव में नहीं चलेगा.