जयपुर. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी और पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शनिवार को राजस्थान (Rajasthan Political Crisis) विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने करीब दो घंटे तक बातचीत की. बाद में मीडियाकर्मियों से मुखातिब आचार्य कृष्णम ने इस मुलाकात को गैर सियासी करार दिया. बोले वो महज 'गुड़ की चाय' पीने आए थे.
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस में छिड़े घमासान पर उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो सियासी हालात हैं, जो यहां हुआ या जो हो रहा है, सब पर पार्टी आलाकमान की (MLA with Congress leadership) नजर है. कांग्रेस लीडरशिप बहुत जल्द ही राजस्थान पर फैसला लेगी. इधर, गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि पार्टी का हर विधायक कांग्रेस नेतृत्व के फैसले के साथ खड़ा है और जल्द ही पार्टी के हित में फैसला लिया जाएगा.
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भले ही उन्होंने कहा कि ये सियासी मुलाकात नहीं थी लेकिन फिर उन्होंने जो कुछ बताया उसने जाहिर कर दिया कि इस मेल मिलाप में राजनीति अच्छी खासी डिस्कस हुई. आचार्य प्रमोद बोले- स्पीकर भी यह मानते हैं कि कांग्रेस लीडरशिप का जो फैसला होगा उसे हर विधायक मानेगा. उसमें सचिन पायलट भी शामिल हैं और सीएम अशोक गहलोत भी.
राजस्थान में बीते 25 सितंबर के हालातों पर कहा कि कांग्रेस पार्टी के जो पर्यवेक्षक यहां आए थे. उसमें वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन शामिल थे. उसमें तो किसी दूसरे को कहने की जरूरत ही नहीं है. कांग्रेस नेतृत्व उन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही निर्णय लेगा. राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर कृष्णम ने कहा कि यात्रा के बहुत अच्छे परिणाम निकलने जा रहे हैं.
वहीं, कारण बताओ नोटिस पर कार्रवाई के बाबत सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कार्रवाई जिन्हें करनी है वह तो फैसला उन पर है. मैं तो केवल यह कह सकता हूं कि कांग्रेस नेतृत्व का फैसला कांग्रेस के विधायक मानेंगे और राजस्थान को जल्द ही सवेरा देखने को मिलेगा.मुख्यमंत्री की बजट की तैयारियों पर आचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री कोई भी हो, उसका फर्ज होता है कि जब तक वह मुख्यमंत्री है, अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता रहे.