जयपुर. राजधानी की विद्याधर नगर थाना पुलिस ने सूने मकानों के ताले तोड़कर चोरी करने वाली अंतरराज्जीय गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गैंग के 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई नकदी और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए गए हैं. मंगलवार को पुलिस ने आरोपी किशन, सोनू चावला, सूरज राय, कामिल, शहादत खान और मोहम्मद गुड्डू को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत अन्य प्रदेशों में भी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.
पुलिस ने खंगाले 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज : डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा के मुताबिक आरोपी अपनी जरूरतें और शौक पूरा करने के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. गिरफ्तार आरोपी कामिल और शहादत के खिलाफ पहले से ही दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. विद्याधर नगर थाना इलाके में 27 नवंबर को घर का ताला तोड़कर चोरी की वारदात हुई थी. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास करीब 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर जांच की और तकनीकी आधार पर आरोपियों की पहचान की गई. पुलिस की जांच पड़ताल में उत्तर प्रदेश की अंतरराज्यीय गैंग की ओर से घटना को अंजाम देना सामने आया. गैंग ने स्थानीय अपराधियों से मिलकर सूने मकानों की रेकी करवाई और उनके साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था.
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रोजगार के बहाने घूमकर करते थे रेकी : गैंग के सदस्य रोजगार और व्यवसाय का बहाना करके आते थे. स्थानीय अपराधियों के साथ रहकर दिनभर रोजगार और व्यवसाय के बारे में पूछताछ करते रहते थे, ताकि किसी को शक न हो. रात के समय रेकी करके मकान के ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. मुंह पर कपड़ा बांधकर पहचान छुपाकर वारदात को अंजाम देते थे. वारदात करने के बाद सामान का बंटवारा करके अलग-अलग स्थान पर चले जाते थे. सभी अपने स्थान बदलते रहते थे, ताकि पुलिस की पकड़ से दूर रहें. आरोपी मोहम्मद गुड्डू ने कामिल और शहादत को उत्तर प्रदेश से बुलाकर खुद के मकान में रखा था. सब मिलकर दिन भर रोजगार के बारे में पूछताछ करते हुए घूमकर रेकी करते थे.
पुलिस से बचने के लिए मोबाइल नंबर भी बदले : 26 नवंबर की देर रात विद्याधर नगर के सेक्टर 9 में आरोपी सोनू चावला के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था. वारदात के बाद सभी आरोपी अपना हिस्सा बांटकर पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग स्थानों पर चले गए थे. पुलिस से बचने के लिए मोबाइल नंबरों को भी बदल दिया था. पुलिस की स्पेशल टीम ने लगातार 7 दिन तक उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान में कैंप किया और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.