चाकसू (जयपुर). जिले में तौकते के कारण अचानक मौसम बदल गया. जिससे चाकसू में 2 दिन से लगातार बारिश हुई. जिससे क्षेत्र में जलभराव और निचले इलाकों और बांध-तालाबों में पानी की आवक हुई. इस बीच बाड़ापद्मपुरा से सांभरिया मार्ग टूट गया और ताजपुरा से ढूंढ नदी पर बनी रपट पर तेज वेग के साथ पानी बहने लगा.
पिछले साल भी इसी ढूंढ नदी में बापूगांव और सांभरिया में हुए हादसों के बावजूद सार्वजनिक विभाग एवं प्रशासन के अधिकारियों की अनदेखी कर रहा है. इस बार भी कही बड़े हादसों का कारण नहीं बन जाए. गौरतलब है कि उपखंड क्षेत्र में ढूंढ़ नदी पर किसी भी रपट के दोनों और किसी भी प्रकार के सूचना बोर्ड या संकेतक नहीं लगाए गए हैं. ऐसे में वहां से गुजरने वाले लोगों को कितने फीट पानी रपट से बह रहा उसका अंदाजा नहीं होता हैं और वह रपट को पार करने में जान जोखिम में उठा रहें हैं.
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बता दें कि ढूंढ़ नदी को पार कर कई गांव को छोड़ने वाला यही एक मुख्य मार्ग है लेकिन प्रशासन को शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है. ऐसे में पिछले साल हुई तेज बारिश में हुए हादसों के बावजूद भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया. ग्रामीणों ने बताया कि इस ढूंढ नदी में बारिश के अलावा भी हमेशा पानी का बहाव रहता है. बारिश होने के कारण लगातार पानी की आवक जारी हैं. एक दिन पहले भी रपट को पार करते समय पशु बह गया. हालांकि, लोगों ने उसे समय रहते बचा लिया.
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ऐसा हीं पिछले साल भी यहां एक ऊंट गाड़ी, दर्जनभर मोटरसाइकिल पानी के तेज बहाव में गिर गई थी. जिसे ग्रामीणों ने काफी मशक्कत से पानी के बहाव से बाहर निकाल कर सवार की जान बचाई थी. इसके बावजूद ऐसे हादसों से भी सबब नहीं लेते हुए प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं इन हादसों के बाद भी न तो लोग सावधानी बरत रहें हैं और न ही प्रशासन इस दिशा में कोई सख्त कदम उठा रहा हैं.