जयपुर. पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच को लेकर पिछले 12 दिनों से चल रहा राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का धरना स्थगित हो गया है. सरकार के मंत्री राजेंद्र यादव और पुलिस अधिकारियों से वार्ता के बाद सांसद मीणा ने धरना 12 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है. शनिवार को किरोड़ी लाल मीणा समर्थकों के साथ जयपुर कमिश्नरेट पहुंचे थे, जहां दूसरी दौर की वार्ता के बाद सांसद ने धरना स्थगित किया है.
सांसद मीणा ने बताया कि सरकार के आश्वासन के बाद 12 फरवरी तक धरना स्थगित किया गया है. अगर 7 दिन के भीतर हमारी मांगों पर जांच आगे नहीं बढ़ी तो फिर आंदोलन किया जा सकता है. पेपर लीक प्रकरण की जांच डीजीपी के निर्देशन में होने और बाहरी राज्यों का कोटा कम करने का आश्वासन दिया है. उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों को पूरा करेगी. मंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि डीजीपी की मॉनिटरिंग में जांच की जाएगी. इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई होगी. भविष्य में कहीं भी पेपर लीक नहीं हो इसके लिए आवश्यक इंतजाम किए जाएंगे. साथ ही किरोड़ी लाल मीणा के दिए बिंदुओं पर जांच की जाएगी.
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समर्थकों के साथ जयपुर पहुंचे सांसद : जयपुर-आगरा हाईवे पर 12 दिन से किरोड़ी लाल मीणा धरना दे रहे थे, सुबह पुलिस कमिश्नर आनंद कुमार वार्ता के लिए पहुंचे लेकिन बात नहीं बनी. सरकार की ओर से इस मामले में कोई सकारात्मक बातचीत नहीं होने से नाराज सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने शनिवार को सुबह 11 बजे अपने समर्थकों और बेरोजगार युवाओं के साथ धरना स्थल से जयपुर के लिए कूच कर दिया. यहां गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव के साथ दूसरे दौर की वार्ता चली, जिसके बाद धरना स्थगित किया गया.
अध्यक्ष पूनिया ने नहीं दिया साथ : सरकार से वार्ता से पहले किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक प्रकरण को लेकर चल रहे अपने आंदोलन पर अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाने पर लिया. मीणा ने कहा कि राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया जब धरने पर आए थे तब कहा था कि कल से युवा मोर्चा प्रदेशभर में इस मामले पर विरोध प्रदर्शन करेगा, लेकिन एक भी जगह विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि मुझे दुख है, जिस मजबूती से सतीश पूनिया और बीजेपी को साथ खड़ा होना चाहिए था, वह नहीं हुआ.