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Congress One to One Meet: कांग्रेस जानेगी अपने विधायकों की मन की बात, दो दिन होगा वन टू वन

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Published : Apr 15, 2023, 5:07 PM IST

Updated : Apr 15, 2023, 11:27 PM IST

17 और 18 अप्रैल को जयपुर में कांग्रेस अपने विधायकों के साथ वन टू वन संवाद करेगी. इसमें संगठन, फ्लैगशिप योजनाओं और आगामी चुनाव को लेकर चर्चा होगी.

One to One of Congress MLAs on April 17 and 18
Congress One to One Meet: कांग्रेस जानेगी अपने विधायकों की मन की बात, दो दिन होगा वन टू वन
17 और 18 अप्रैल को होगा कांग्रेस का वन टू वन संवाद

जयपुर. प्रदेश कांग्रेस में पिछले लंबे समय से चल रही सियासी खींचतान को खत्म करने अब विधायकों की मन की बात टटोलेगी. कांग्रेस 17 और 18 अप्रैल को वन टू वन संवाद करने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को ओबीसी कार्यालय उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस संवाद में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा होगी. दूसरी तरफ माना जा रहा है कि इस संवाद में पिछले दिनों पूर्व उप मुख्यमंत्री की ओर से किये गए अनशन के बाद उठ रही सियासी हलचल पर भी चर्चा हो सकती है.

दो दिन संवादः प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब 7 महीने से भी कम का वक्त बचा है. ऐसे में कांग्रेस अब अपने सभी मतभेदों को खत्म कर चुनाव की तैयारी कर रही है. आम जनता से जुड़ी राहत भरी घोषणाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आखिरी बजट में की. इन विभिन्न घोषणाओं को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी विधायकों की ही नही, बल्कि कांग्रेस संगठन के जरिए भी आम जनता तक इन योजनाओं को लेकर पहुंचने की रणनीति पर काम कर रहा है. लेकिन पार्टी उससे पहले अपने विधायकों की मन की बात जानने की कोशिश करेगी. इस संवाद को सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज की चर्चा का रूप दिया गया है, लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कुछ दिन पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती सरकार की घोटाले की जांच की मांग को लेकर अनशन पर विधायकों की राय ली जाएगी.

पढ़ेंः कांग्रेस ने कमलनाथ और वेणुगोपाल को सचिन पायलट का मामला सौंपा, कर्नाटक विधान सभा चुनाव तक टालने की कोशिश

संगठनात्मक होगी चर्चाः डोटासरा ने कहा कि जयपुर में 2 दिन विधायकों के साथ वन टू वन संवाद किया जाएगा. इसमें सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा होगी. इस संवाद में प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत शामिल रहेंगे. इसके बाद 19 अप्रैल को एक दिन के लिए पार्टी के नेताओं के साथ संवाद होगा. इस संवाद में जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस सदस्य, एआईसीसी के सदस्य, जिला और ब्लाक पदाधिकारी शामिल होंगे. डोटासरा ने कहा कि सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं उन्हें आम जन तक पहुंचाने के लिए और विधानसभा चुनाव में किस तरह से पार्टी आम जनता के बीच जाना है, उसको लेकर चर्चा होगी.

पढ़ेंः सचिन पायलट के अनशन और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के दौरे के बाद, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे मेवाड़ के दौरे पर

पायलट ने मेरे सामने कोई मांग रखीः सचिन पायलट के अनशन के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि किसने मांग रखी, किसने अनशन किया, क्या मांग रखी, मुझे जानकारी नही है. मेरे सामने किसी ने कोई मांग नहीं रखी. भाजपा की सरकार में घोटाला हुआ है, इसमें कोई शक नहीं है. पिछले सरकार ने घोटाला किया, आमजन के लिए कोई काम नहीं किया. इसीलिए तो जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाई. डोटासरा ने कहा कि जो भी बात है, हम घर में बैठकर चर्चा कर लेंगे. हम सब एक हैं. हम सब का उद्देश्य कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाना है.

पढ़ेंः Amit Shah Bharatpur Visit: अमित शाह बोले- तुष्टिकरण में गहलोत सरकार टॉप पर, सचिन पायलट का नंबर कभी नहीं आएगा

राजनीतिक नियुक्तियों के लिए नियम बनाएंगेः राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर डोटासरा ने स्वीकारा की इन मामलों में हमसे कुछ गलतियां हुई हैं. यह सही है कि जो पॉलिटिकल नियुक्ति समय पर होनी चाहिए थी, उसमें देरी हुई है. उसको लेकर हमने सबक लिया है. बची हुई नियुक्तियों को जल्दी पूरी कर देंगे और आगे एक नियम बनाया जाएगा जिसमें कि सरकार बनने के बाद 3 से 6 महीने के अंदर सभी राजनीति नियुक्तियों को किया जा सके.

बीजेपी पर साधा निशाना : गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर गोविंद डोटासरा ने कहा कि उनके मामले में जो भी कानूनी प्रक्रिया है, उसका पालन हो रहा है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. डोटासरा ने गृह मंत्री अमित शाह के भरतपुर दौरे पर सवाल उठाए. डोटासरा ने कहा कि खाली बातों से कुछ नहीं होता है. उन्होंने कहा कि अमित शाह और पीएम मोदी इससे पहले भी कई बार आए, लेकिन राजस्थान को राहत नहीं मिली. डोटासरा ने कहा कि पीएम, सीएम को अपना मित्र बताते हैं, लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई, तो मित्र बताने से क्या होगा.

17 और 18 अप्रैल को होगा कांग्रेस का वन टू वन संवाद

जयपुर. प्रदेश कांग्रेस में पिछले लंबे समय से चल रही सियासी खींचतान को खत्म करने अब विधायकों की मन की बात टटोलेगी. कांग्रेस 17 और 18 अप्रैल को वन टू वन संवाद करने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को ओबीसी कार्यालय उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस संवाद में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा होगी. दूसरी तरफ माना जा रहा है कि इस संवाद में पिछले दिनों पूर्व उप मुख्यमंत्री की ओर से किये गए अनशन के बाद उठ रही सियासी हलचल पर भी चर्चा हो सकती है.

दो दिन संवादः प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब 7 महीने से भी कम का वक्त बचा है. ऐसे में कांग्रेस अब अपने सभी मतभेदों को खत्म कर चुनाव की तैयारी कर रही है. आम जनता से जुड़ी राहत भरी घोषणाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आखिरी बजट में की. इन विभिन्न घोषणाओं को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी विधायकों की ही नही, बल्कि कांग्रेस संगठन के जरिए भी आम जनता तक इन योजनाओं को लेकर पहुंचने की रणनीति पर काम कर रहा है. लेकिन पार्टी उससे पहले अपने विधायकों की मन की बात जानने की कोशिश करेगी. इस संवाद को सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज की चर्चा का रूप दिया गया है, लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कुछ दिन पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती सरकार की घोटाले की जांच की मांग को लेकर अनशन पर विधायकों की राय ली जाएगी.

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संगठनात्मक होगी चर्चाः डोटासरा ने कहा कि जयपुर में 2 दिन विधायकों के साथ वन टू वन संवाद किया जाएगा. इसमें सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा होगी. इस संवाद में प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत शामिल रहेंगे. इसके बाद 19 अप्रैल को एक दिन के लिए पार्टी के नेताओं के साथ संवाद होगा. इस संवाद में जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस सदस्य, एआईसीसी के सदस्य, जिला और ब्लाक पदाधिकारी शामिल होंगे. डोटासरा ने कहा कि सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं उन्हें आम जन तक पहुंचाने के लिए और विधानसभा चुनाव में किस तरह से पार्टी आम जनता के बीच जाना है, उसको लेकर चर्चा होगी.

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पायलट ने मेरे सामने कोई मांग रखीः सचिन पायलट के अनशन के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि किसने मांग रखी, किसने अनशन किया, क्या मांग रखी, मुझे जानकारी नही है. मेरे सामने किसी ने कोई मांग नहीं रखी. भाजपा की सरकार में घोटाला हुआ है, इसमें कोई शक नहीं है. पिछले सरकार ने घोटाला किया, आमजन के लिए कोई काम नहीं किया. इसीलिए तो जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाई. डोटासरा ने कहा कि जो भी बात है, हम घर में बैठकर चर्चा कर लेंगे. हम सब एक हैं. हम सब का उद्देश्य कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाना है.

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राजनीतिक नियुक्तियों के लिए नियम बनाएंगेः राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर डोटासरा ने स्वीकारा की इन मामलों में हमसे कुछ गलतियां हुई हैं. यह सही है कि जो पॉलिटिकल नियुक्ति समय पर होनी चाहिए थी, उसमें देरी हुई है. उसको लेकर हमने सबक लिया है. बची हुई नियुक्तियों को जल्दी पूरी कर देंगे और आगे एक नियम बनाया जाएगा जिसमें कि सरकार बनने के बाद 3 से 6 महीने के अंदर सभी राजनीति नियुक्तियों को किया जा सके.

बीजेपी पर साधा निशाना : गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर गोविंद डोटासरा ने कहा कि उनके मामले में जो भी कानूनी प्रक्रिया है, उसका पालन हो रहा है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. डोटासरा ने गृह मंत्री अमित शाह के भरतपुर दौरे पर सवाल उठाए. डोटासरा ने कहा कि खाली बातों से कुछ नहीं होता है. उन्होंने कहा कि अमित शाह और पीएम मोदी इससे पहले भी कई बार आए, लेकिन राजस्थान को राहत नहीं मिली. डोटासरा ने कहा कि पीएम, सीएम को अपना मित्र बताते हैं, लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई, तो मित्र बताने से क्या होगा.

Last Updated : Apr 15, 2023, 11:27 PM IST
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