जयपुर. जोधपुर यूनिवर्सिटी में नाबालिग लड़की के साथ हुए गैंगरेप के आरोपियों को फांसी की सजा देने और एबीवीपी को बैन करने की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों की ओर से जेएलएन मार्ग पर लेट कर रोड जाम करने की कोशिश की गई. जिन पर हल्का बल प्रयोग करते हुए पहले छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस में ले जाया गया और प्रदर्शन उग्र होता देख कार्रवाई करते हुए करीब 18 छात्रों को हिरासत में लिया गया.
नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप के तीनों आरोपी समंदर सिंह, भट्टन सिंह और धर्मपाल सिंह को जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ये युवक एबीवीपी के छात्र नेता लोकेंद्र सिंह के समर्थन में प्रचार करने के लिए जोधपुर आए थे. एबीवीपी से कनेक्शन सामने आने के बाद एनएसयूआई छात्र संगठन एबीवीपी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान छात्रों की ओर से जेएलएन रोड जाम करने की कोशिश होती देख, पुलिस प्रशासन की ओर से हल्का बल प्रयोग करते हुए छात्रों को उठाकर पहले यूनिवर्सिटी कैंपस में छोड़ा गया और जब बात नहीं बनी तो उन्हें हिरासत में लिया गया.
इस प्रोटेस्ट को लेकर एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी ने बताया कि जोधपुर यूनिवर्सिटी में जो घटना हुई है, उसका विरोध किया जा रहा है. शिक्षा के मंदिरों में इस तरह की घटना लगातार हो रही है. इस तरह की घटनाओं की कैंपस में पुनरावृत्ति ना हो इसको लेकर कड़े कानून बने और यूनिवर्सिटी परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जाए. ताकि छात्र भयमुक्त होकर पढ़ाई कर सकें. उन्होंने बताया कि एनएसयूआई ने नहीं बल्कि खुद पुलिस प्रशासन ने बताया है कि जिन लोगों ने नाबालिग के साथ बलात्कार किया है, उनका एबीवीपी से जुड़ाव है.
एबीवीपी की विचारधारा के लोगों को यहां से दूर किया जाए और प्रशासन से भी यही मांग है कि एबीवीपी संगठन को बैन करें. वहीं छात्र नेता महेश चौधरी ने बताया कि बहनों की सुरक्षा और छात्र की सुरक्षा की मांग को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता लामबंद हुए हैं. मांग यही है कि जोधपुर यूनिवर्सिटी में जिन दरिंदों ने नाबालिग के साथ गैंगरेप किया, उन्हें फांसी की सजा दी जाए. अन्यथा एनएसयूआई का प्रत्येक कार्यकर्ता प्रदेश भर में आंदोलन करेगा और उस आंदोलन के लिए प्रशासन जिम्मेदार रहेगा. उन्होंने कहा कि यहां पुलिस प्रशासन की ओर से उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. लेकिन प्रदेश की बहनों को जब तक न्याय नहीं मिल जाता, एनएसयूआई पीछे हटने वाली नहीं है.
जबकि गांधीनगर थाना एसएचओ सुरेंद्र यादव ने बताया कि जोधपुर यूनिवर्सिटी की घटना को लेकर छात्र संदेश देना चाह रहे हैं. इस संबंध में उन्हें अवगत कराया गया कि कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही प्रोटेस्ट करने की हिदायत भी दी गई, लेकिन कई छात्र बाहर आकर रोड पर बैठ गए, जिन्हें पहले कैंपस के अंदर किया गया और नहीं मानने पर हिरासत में लेकर यूनिवर्सिटी कैंपस से दूर ले जाया गया.
इससे पहले छात्र नेता विकास घोसल्या के नेतृत्व में जुटे छात्रों ने बलात्कारियों को फांसी देने की मांग को लेकर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रोटेस्ट किया. विकास ने बताया कि राजस्थान में लगातार अपराध बढ़ रहा है. ये अब एजुकेशन इंस्टिट्यूट में प्रवेश कर चुका है. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन और सरकार सोई हुई है. कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कि आज जोधपुर यूनिवर्सिटी में ये घटना हुई है, कल राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी हो सकती है. यूजीसी ने यूनिवर्सिटी कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गाइडलाइन दी हुई है, उसको भी फॉलो नहीं किया जा रहा. यहां सेक्सुअल हरासमेंट को लेकर कोई कमेटी नहीं बनाई हुई. उनकी फिलहाल एक ही मांग है कि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिले और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई हो.