जयपुर. राज्य सरकार के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा और उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के सोशल मीडिया पर एनएसयूआई के प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील के बावजूद प्रदेश के सबसे बड़े राजस्थान विश्वविद्यालय में एनएसयूआई की बुरी तरह से हार हो गई. यही नहीं राज्य के परिवहन मंत्री कैबिनेट मिनिस्टर प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी जिम्मेदारी निभाते हुए छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई के प्रत्याशियों को जिताने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में बकायदा विशेष बैठक भी आयोजित की थी. लेकिन इसके बावजूद एनएसयूआई अध्यक्ष पद पर काबिज नहीं हो सकी.
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और प्रदेश के शिक्षा मंत्री के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपील की थी कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में युवा एनएसयूआई को वोट दें. लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय में एनएसयूआई से टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार बनी पूजा वर्मा ने 600 से ज्यादा वोटों से बड़ी जीत दर्ज की है.
पढ़ें- पिता ने कारगिल युद्ध में पाक को सिखाया था सबक, बेटा है धोनी जैसा विकेटकीपर
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अमित कुमार और उनके समर्थन में सोशल मीडिया पर अपील करने वाले भारतीय जनता पार्टी के तमाम पदाधिकारियों और युवा मोर्चा के पदाधिकारियों की अपील के बावजूद एबीवीपी तीसरे नंबर पर रही. हालांकि महासचिव के पद पर एनएसयूआई के महावीर प्रसाद गुर्जर और उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रियंका मीणा ने जीत दर्ज करके राज्य सरकार को बड़ी राहत देने में कामयाबी हासिल की है.