चौमू (जयपुर). राजधानी के चौमू में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं जिम्मेदार लोग भी अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझ पा रहे हैं. दरअसल, पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी के पुत्र सहित घर के चार सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. बावजूद इसके, पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी क्वॉरेंटाइन होने की बजाय फील्ड में घूमते नजर आ रहे हैं.
मंगलवार सुबह चिकित्सा विभाग के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में परिवार के चार लोगों की कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इधर, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा सीकर जाते समय चौमू रुके तो वहां भी नेता जी मंत्री डोटासरा का स्वागत करते नजर आए. इस स्वागत समारोह में 100 से ज्यादा व्यक्ति मौजूद थे. हालांकि नेताजी ने चेहरे पर मास्क जरूर लगा रखा था.
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नेताजी मंत्री डोटासरा को कुछ कागज देते हुए भी नजर आ रहे थे. इन तस्वीरों को देखने के बाद लगता है कहीं नेताजी की यह लापरवाही सैकड़ों लोगों पर भारी ना पड़ जाए. सवाल यह भी उठता है कि क्या आम लोगों के लिए ही सरकार ने एडवाइजरी जारी की है? क्या इन खास लोगों पर नियम कायदे लागू नहीं होते हैं?
वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग नेता जी के इस कार्यक्रम में जाने पर तंज कसते नजर आ रहे हैं. इस पूरे मसले को लेकर भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने इसे पूर्व विधायक की बड़ी लापरवाही करार दिया है. उन्होंने कहा कि आम जनता के जीवन को संकट में डालने का काम किया गया है.
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भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने अपने बयान में यह भी कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि के सभी परिवार जन कोरोना वायरस आने के बावजूद अब तक खुद इस जनप्रतिनिधि ने अपनी कोरोना की जांच नहीं करवाई और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी वो शामिल हो रहे हैं, जो आम जनता के जीवन को खतरे में डालने के समान है. साथ ही रामलाल शर्मा ने सैनी का नाम लिए बिना यह भी कहा, 'यदि जनप्रतिनिधि ही इन बातों का ध्यान नहीं रखेंगे तो फिर कोरोना संक्रमण के संकट से कैसे निपटा जाएगा'.