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सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित कर उनका वेतन संचित निधि से हो-अंजना पंवार - सफाई कर्मचारियों के लिए सुविधाएं

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को स्वरोजगार से जोड़ते हुए उनका पुर्नवास किया जाए, ताकि उन्हें समाज का सशक्त अभिन्न अंग बनाया जा सके.

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 12, 2024, 9:58 PM IST

जयपुर. राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की अंजना पंवार ने स्वायत्त शासन भवन में बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर निगम, परिषद और पालिका में कार्यरत स्थाई और संविदा सफाई कर्मचारियों के आईकार्ड बनवाए जाएं. साथ ही श्रम विभाग को निर्देश दिए कि सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर्मचारियों के समान ही वेतन मिलना चाहिए. उन्होंने सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित कर उनका वेतन संचित निधि से करने की वकालत की.

उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से 6 महीने में एक बार कैम्प आयोजित की जाएं. उन्होंने कहा कि सभी विभागों शिक्षा, पुलिस, चिकित्सा में इनकी भर्ती की जानी चाहिए. इसके लिए आवश्यक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाना चाहिए.

सफाई कर्मचारियों को सुविधाएं : पंवार ने महिला और पुरूष सफाई कर्मचारी के लिए अलग-अलग चेन्जिंग रूम, वाॅशरूम बनाए जाने के लिए भी निर्देशित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को मौसम के अनुरूप वर्दी दी जाए. बारिश के दौरान रेनकोट और सर्दियों में जैकेट उपलब्ध करवाई जाए. उपनिदेशक प्रशासन नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि इस संबंध में जल्द ही वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा जाएगा. सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों के पीएफ और ग्रेच्युटी के लिए फंड भी निकायों को भेजा जा चुका है. नगरीय निकायों में अनुकम्पात्मक सफाई कर्मचारियों से संबंधित सभी प्रकरणों का हर महीने 2 बार बैठक करके निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं. इस पर एडिशनल डायरेक्टर चांदमल वर्मा ने कहा कि यदि किसी नगरीय निकाय में ऐसे प्रकरण लम्बित पाए गए तो संबंधित अधिशाषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें-Anjana Pawar Bhilwara visit : राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पवार बोलीं, सफाई कर्मचारियों के प्रति संवेदनशील हों अधिकारी

शहर को स्वच्छ बनाने की कवायद : स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंक गिरने के बाद अब ग्रेटर नगर निगम ने फरवरी में होने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे को लेकर कमर कस ली है. आयुक्त रूकमणि रियाड़ ने सभी जोन उपायुक्तों, उपायुक्त स्वास्थ्य को मुख्य बाजारों में स्थित सभी दुकानों से दो पारियों में कचरा एकत्रित करने के लिए हूपर्स लगाकर कचरा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि सभी जोन से मुख्य बाजारों के खुलने और बंद होने के समय की सूची मांगी गई थी, जिसमें विद्याधर नगर जोन से 17, झोटवाड़ा जोन से 47, मानसरोवर जोन से 28, जगतपुरा जोन से 24, सांगानेर जोन से 39, मुरलीपुरा जोन से 21 और मालवीय नगर जोन से 24 बाजारों के नाम दिए गए. इन 200 बाजारों से दो पारियों में दुकानों के अलग-अलग समय के अनुसार कचरा उठाया जाएगा.

जयपुर. राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की अंजना पंवार ने स्वायत्त शासन भवन में बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर निगम, परिषद और पालिका में कार्यरत स्थाई और संविदा सफाई कर्मचारियों के आईकार्ड बनवाए जाएं. साथ ही श्रम विभाग को निर्देश दिए कि सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर्मचारियों के समान ही वेतन मिलना चाहिए. उन्होंने सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी घोषित कर उनका वेतन संचित निधि से करने की वकालत की.

उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से 6 महीने में एक बार कैम्प आयोजित की जाएं. उन्होंने कहा कि सभी विभागों शिक्षा, पुलिस, चिकित्सा में इनकी भर्ती की जानी चाहिए. इसके लिए आवश्यक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाना चाहिए.

सफाई कर्मचारियों को सुविधाएं : पंवार ने महिला और पुरूष सफाई कर्मचारी के लिए अलग-अलग चेन्जिंग रूम, वाॅशरूम बनाए जाने के लिए भी निर्देशित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को मौसम के अनुरूप वर्दी दी जाए. बारिश के दौरान रेनकोट और सर्दियों में जैकेट उपलब्ध करवाई जाए. उपनिदेशक प्रशासन नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि इस संबंध में जल्द ही वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा जाएगा. सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों के पीएफ और ग्रेच्युटी के लिए फंड भी निकायों को भेजा जा चुका है. नगरीय निकायों में अनुकम्पात्मक सफाई कर्मचारियों से संबंधित सभी प्रकरणों का हर महीने 2 बार बैठक करके निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं. इस पर एडिशनल डायरेक्टर चांदमल वर्मा ने कहा कि यदि किसी नगरीय निकाय में ऐसे प्रकरण लम्बित पाए गए तो संबंधित अधिशाषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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शहर को स्वच्छ बनाने की कवायद : स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंक गिरने के बाद अब ग्रेटर नगर निगम ने फरवरी में होने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे को लेकर कमर कस ली है. आयुक्त रूकमणि रियाड़ ने सभी जोन उपायुक्तों, उपायुक्त स्वास्थ्य को मुख्य बाजारों में स्थित सभी दुकानों से दो पारियों में कचरा एकत्रित करने के लिए हूपर्स लगाकर कचरा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि सभी जोन से मुख्य बाजारों के खुलने और बंद होने के समय की सूची मांगी गई थी, जिसमें विद्याधर नगर जोन से 17, झोटवाड़ा जोन से 47, मानसरोवर जोन से 28, जगतपुरा जोन से 24, सांगानेर जोन से 39, मुरलीपुरा जोन से 21 और मालवीय नगर जोन से 24 बाजारों के नाम दिए गए. इन 200 बाजारों से दो पारियों में दुकानों के अलग-अलग समय के अनुसार कचरा उठाया जाएगा.

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