जयपुर. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर आज बेरोजगारों संग हुंकार भरेंगे. सैकड़ों बेरोजगारों के साथ दौसा से कूच करेंगे और जयपुर पहुंच विधानसभा का घेराव करेंगे. सरकार ने पहले से ही NH-12 पर मीणा और उनके समर्थकों को रोकने के लिए 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात कर दिए हैं. मीणा के अनुसार इस यात्रा में हजारों की संख्या में बेरोजगार प्रदेश भर से शामिल होंगे.
मीणा दिखाएंगे दम- पुलिसकर्मियों की भारी संख्या में तैनाती पर मीणा का बयान आया है. उन्होंने कहा है- सरकार कितना ही तंत्र लगा ले किरोड़ी लाल रुकने वाला नहीं है. दावा किया है कि पेपर लीक प्रकरणों की सीबीआई जांच के लिए राजस्थान सरकार जब तक तैयार नहीं होगी तब तक उनका बेरोजगार युवाओं के हक में आंदोलन जारी रहेगा. मीणा का कहना है कि पेपर लीक के तार सीएमओ से जुड़े हुए हैं , इसलिए सरकार CBI जांच से पीछे हट रही है.
500 से ज्यादा जवान NH-21 पर तैनात- बेरोजगारों की नाराजगी सरकार पहले से झेल रही है इस बीच किरोड़ी लाल मीणा के जयपुर कूच ने मुसीबत और बढ़ा दी है. इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर सरकार ने नेशनल हाईवे पर जयपुर से बाहर ही किरोड़ी को रोकने के लिए 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है. एनएच- 21 को वनवे किया गया है , ताकि किसी भी तरह से यातायात बाधित न हो.
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विधानसभा पहुंचेंगे- सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने अंदेशा जताया है कि सरकारी मशीनरी उन्हें जयपुर घाट की गुणी पर ही रोक लेगी लेकिन उन्होंने भी तय कर लिया है कि वो विधानसभा पहुंच कर ही दम लेंगे. मीणा ने कहा - इससे पहले आमागढ़ में झंडा फहराने को लेकर भी ऐसा हुआ था लेकिन हमने झंडा फहरा दिया था. आज भी तय मानकर चलिए कि शासन - प्रशासन की तमाम तैयारियों के बीच युवाओं की आक्रोश रैली विधानसभा पहुंचेगी.
मीणा ने थपथपाई अपनी पीठ- राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा मीडिया के जरिए कई बार पेपर लीक सरगनाओं के नाम उजागर करते रहे हैं. सांसद ने पेपर लीक की जांच कर रही एसओजी के अधिकारियों पर भी सवाल उठाए थे. अपनी कोशिशों की प्रशंसा करते हुए वरिष्ठ सांसद ने कहा- रीट पेपर लीक मामले के बाद जब मैंने आंदोलन किया और सरकार के सामने सबूत रखे तो सरकार ने माना पेपर लीक हुआ है. जिसके चलते बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त किया गया. जारोली तो एकमात्र मोहरा है असली खिलाड़ी तो बड़े नेता और ब्यूरोक्रेट्स हैं. सरकार उन पर कार्रवाई नही कर रही है. सरकार जानती है कि अगर मामले की जांच सीबीआई से कराई गई तो उसकी आंच CMO तक जाएगी इसलिए सरकार इस पूरे मामले पर लीपापोती कर रही है.
किरोड़ी की दूसरी मांग- सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जितने भी पेपर लीक हुए हैं उन सभी की जांच सीबीआई को सौंपी जाए साथ ही राजस्थान में बाहरी युवाओं को नौकरियां देने से बचा जाए. किरोड़ी का आरोप है कि बाहरी राज्यों से आने वाले युवा कई बार फर्जी डिग्रियां लाते है. सरकार विधानसभा में एक बिल लेकर आए और 95% राज्य की सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवाओं का कोटा तय करे. ठीक वैसे ही जैसे हरियाणा सरकार ने किया है, ताकि प्रदेश के युवाओं का जो हक है वो उन्हें मिले.