ETV Bharat / state
प्रदेश से 15 सितंबर को मानसून को होना था विदा, लेकिन 23 दिन बाद भी हो रही बारिश - rain in rajasthan
प्रदेश भर में मानसून को 15 सितंबर तक ही सक्रिय रहना था. लेकिन इस बार मानसून करीब 23 दिन और ज्यादा सक्रिय रहा है. जिसकी वजह से अब जाते हुए मानसून की बारिश आमजन के लिए आफत की बारिश भी बन गई है. वहीं मौसम विभाग का मानना है कि प्रदेश में अभी एक-दो दिन और मानसून सक्रिय रहेगा.
rajasthan monsoon news, राजस्थान मानसून खबर
By
Published : Oct 9, 2019, 10:41 AM IST
| Updated : Oct 9, 2019, 11:17 AM IST
जयपुर. प्रदेश भर में जाता हुआ मानसून अपना कहर बरपा रहा है. जिसके चलते पूरे प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. मौसम विभाग का मानना था कि इस बार प्रदेश में मानसून 15 सितंबर तक रहेगा, लेकिन अभी मानसून को 23 दिन ज्यादा हो चुके हैं और मानसून जाने का नाम भी नहीं ले रहा है. ऐसे में अब जाते हुए मानसून की बारिश आमजन के लिए आफत की बारिश बनती जा रही है.
आपको बता दें कि इस बार प्रदेश में औसत से करीब 46 प्रतिशत तक ज्यादा बारिश हुई है. वहीं प्रदेश भर में इस बार सबसे ज्यादा बारिश प्रतापगढ़ जिले में देखने को मिली है. प्रदेश में केवल प्रतापगढ़ एकमात्र ऐसा जिला है, जहां पर 1500 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है. वहीं पिछले साल की तुलना में भरतपुर की बात की जाए तो, पिछले साल शहर में सबसे ज्यादा बारिश हुई थी, लेकिन इस साल उसी ही इलाके में सबसे कम बारिश देखने को मिली है.
पढ़ें: टोंक में जुलूस पर पथराव की घटना के बाद मालपुरा इलाके में लगा कर्फ्यू
हालांकि मौसम विभाग की ओर से एक बार फिर पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मौसम विभाग ने तेज हवा और धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग का मानना है की, प्रदेश में हर बार सर्दी का मौसम नवंबर के माह से शुरू होता है, लेकिन इस बार बारिश का दौर काफी देर तक चला है. जिसकी वजह से अक्टूबर माह में ही सर्दी का दौर भी शुरू हो गया है.
जयपुर. प्रदेश भर में जाता हुआ मानसून अपना कहर बरपा रहा है. जिसके चलते पूरे प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. मौसम विभाग का मानना था कि इस बार प्रदेश में मानसून 15 सितंबर तक रहेगा, लेकिन अभी मानसून को 23 दिन ज्यादा हो चुके हैं और मानसून जाने का नाम भी नहीं ले रहा है. ऐसे में अब जाते हुए मानसून की बारिश आमजन के लिए आफत की बारिश बनती जा रही है.
आपको बता दें कि इस बार प्रदेश में औसत से करीब 46 प्रतिशत तक ज्यादा बारिश हुई है. वहीं प्रदेश भर में इस बार सबसे ज्यादा बारिश प्रतापगढ़ जिले में देखने को मिली है. प्रदेश में केवल प्रतापगढ़ एकमात्र ऐसा जिला है, जहां पर 1500 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है. वहीं पिछले साल की तुलना में भरतपुर की बात की जाए तो, पिछले साल शहर में सबसे ज्यादा बारिश हुई थी, लेकिन इस साल उसी ही इलाके में सबसे कम बारिश देखने को मिली है.
पढ़ें: टोंक में जुलूस पर पथराव की घटना के बाद मालपुरा इलाके में लगा कर्फ्यू
हालांकि मौसम विभाग की ओर से एक बार फिर पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मौसम विभाग ने तेज हवा और धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग का मानना है की, प्रदेश में हर बार सर्दी का मौसम नवंबर के माह से शुरू होता है, लेकिन इस बार बारिश का दौर काफी देर तक चला है. जिसकी वजह से अक्टूबर माह में ही सर्दी का दौर भी शुरू हो गया है.
Intro:जयपुर एंकर-- प्रदेशभर में मानसून को 15 सितंबर तक ही सक्रिय रहना था,,,,, लेकिन इस बार मानसून करीब 23 दिन और ज्यादा सक्रिय रहा है,,,, जिसकी वजह से अब जाते हुए मानसून की बारिश आमजन के लिए आफत की बारिश भी बन गई है,,,,, वही मौसम विभाग का मानना है कि प्रदेश में अभी एक-दो दिन और मानसून सक्रिय रहेगा,,,,,
Body:जयपुर-- प्रदेशभर में जाता हुआ मानसून अपना कहर बरपा रहा है,,,,, जिसके चलते पूरे प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हुई है मौसम विभाग का मानना था कि इस बार प्रदेश में मानसून 15 सितंबर तक रहेगा लेकिन,,,, अभी मानसून को 23 दिन ज्यादा हो चुके हैं ,,,,,और मानसून जाने का नाम भी नहीं ले रहा है ,,,,,ऐसे में अब जाते हुए मानसून की बारिश आमजन के लिए आफत की बारिश बनती जा रही है ,,,,,आपको बता दें कि इस बार प्रदेश में औसत से करीब 46% तक ज्यादा बारिश हुई है,,,, वहीं प्रदेश भर में इस बार सबसे ज्यादा बारिश प्रतापगढ़ जिले में देखने को मिली है ,,,,,,प्रदेश में केवल प्रतापगढ़ एकमात्र ऐसा जिला है,,,, जहां पर 1500 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है ,,,,,तो वहीं पिछले साल की तुलना में भरतपुर की बात की जाए तो,,,,,, पिछले साल भरतपुर में सबसे ज्यादा बारिश हुई थी,,,,, लेकिन इस साल उसी ही इलाके में सबसे कम बारिश देखने को मिली है,,,,, हालांकि मौसम विभाग के द्वारा एक बार फिर पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मौसम विभाग ने तेज हवा है और धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना भी जताई है,,,,,, मई मौसम विभाग का मानना है,,की प्रदेश में हर बार सर्दी का मौसम नवंबर के माह से शुरू होता है ,,,,लेकिन इस बार बारिश का दौर काफी देर तक है,,,,,, और अच्छी बारिश भी हुई है,,,, जिसकी वजह से अक्टूबर माह में ही सर्दी का दौर भी शुरू हो गया है,,,,,
Conclusion:
Last Updated : Oct 9, 2019, 11:17 AM IST