जयपुर. इमाम हुसैन की याद में मनाया जाने वाला मोहर्रम मंगलवार को प्रदेशभर में में मनाया जाएगा. उससे पहले सोमवार को इस्लामिक साल के पहले महीने की 9 तारीख को आशूरा की रात कहा जाता है. इस दिन असर की नमाज के बाद ताजिए अपने मुकाम पर निकलना शुरू हो जाएंगी.
हर साल की तरह इस बार भी राजधानी जयपुर में अलग-अलग क्षेत्र से 87 ताजिए निकली जाएंगी. जिनमें कुछ ताजियों को छोड़कर बाकी ताजियों का जुलूस भी अलग-अलग मार्गों से निकलेगा.जिनको जियारत के लिए अपने मुकाम पर रखा जाएगा. वहीं रात को यह ताजिए अपने -अपने भ्रमण के अनुसार अलग-अलग रास्तों पर निकलेंगी.
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इस दौरान मनन्तों के हिसाब से लोग फूल चढ़ाएंगे और जो भी मन्नत मांग रखी है उन बातों को भी पूरा किया जाएगा.वहीं मातमी ढोल ताशा की धुन भी मुस्लिम बहुल इलाकों में सुनाई देगी. वहीं अगर बात की जाए ताजिए में आकर्षक सजावट की तो हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अलग-अलग दरगाह मस्जिदों का डिजाइन ताजियों में आकर्षण का केंद्र रहेगा.