जयपुर/सीकर. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सीकर के विधायक राजेंद्र पारीक के बीच सोमवार को सीकर कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक के दौरान भिड़ंत हो गई. दोनों नेताओं के बीच बात इतनी बढ़ गई कि डोटासरा ने राजेंद्र पारीक जैसे वरिष्ठ विधायक को अपनी सीमा में रहने की बात कह दी. वहीं, राजेंद्र पारीक ने भी डोटासरा को यहां तक कह दिया कि आपको शर्म आनी चाहिए. इस दौरान प्रभारी मंत्री के तौर पर बैठक में मौजूद रही शकुंतला रावत ने हाथ जोड़कर दोनों नेताओं से शांत रहने की अपील की.
दरअसल, हुआ यूं कि सोमवार को सीकर के कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री की बजट घोषणा, फ्लैगशिप योजनाओं, विभागीय योजनाओं, महंगाई राहत कैंप और प्रशासन गांव व शहरों के संग अभियान को लेकर बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में नवलगढ़ रोड पर हो रहे जलभराव को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अधिकारियों को लताड़ लगा दी. इस पर विधायक राजेंद्र पारीक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से उलझ गए.
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विधायक राजेंद्र पारीक ने गोविंद डोटासरा से कहा- "इस तरह से अधिकारियों को डांटने का आपको अधिकार नहीं है. आप जाइए और अपने लक्ष्मणगढ़ को देखिए. सीकर से आपका कोई लेना-देना नहीं है". इस पर डोटासरा भी पारीक से नाराज हो गए और उन्होंने कहा- "मैं सीकर में रहता हूं, यहां मेरा भी उतना ही अधिकार है, जितना आपका है. यह कहना कि मैं ही सीकर हूं, यह गलत है. आप भी वैसे ही नेता हैं, जैसे मैं एक नेता हूं. ऐसे में आपको अपनी सीमा में रहना चाहिए".
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वहीं, डोटासरा की नसीहत से विधायक पारीक एकदम से आग बबूला हो गए और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को शर्म आने की बात कह दी. हालांकि, बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रभारी मंत्री के तौर पर बैठक में शामिल हुईं शकुंतला रावत ने मामला शांत कराने की कोशिश की. उन्होंने दोनों नेताओं से हाथ जोड़कर शांत रहने की अपील की. इस पर डोटासरा ने कहा- "ये सीनियर हैं, लेकिन ये तो जबरदस्ती पार्टी बन रहे हैं." इस पर पारीक फिर से नाराज हो गए और मीटिंग से यह कहते हुए उठ कर चले गए कि वो इस मीटिंग में नहीं रहेंगे और ऐसी मीटिंग हो तो उन्हें न बुलाया जाए.