जयपुर: एक ओर राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर रस्साकशी (tug of fight over CM chair) चल रही है तो वहीं, दूसरी तरफ गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायक कांति मीणा (Independent MLA Kanti Meena) के दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मीणा के दोनों बेटों को एसीबी ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. लेकिन अब इसको लेकर भी सियासत शुरू हो गई है. जिसकी बानगी शनिवार को विधायक मीणा के बयानों में देखने को मिली. विधायक ने इस कार्रवाई को गैरसियासी कार्रवाई करार दिया हो, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके अपने मित्रों ने ही षड्यंत्र रच उन्हें फंसाने की कोशिश की है.
इधर, सूबे में सीएम फेस के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें जनता के लिए काम करना है और जनता के बीच रहना है. ऐसे में वो किसी व्यक्ति विशेष के साथ ना रहकर, कांग्रेस के साथ रहेंगे. अब चाहे मुख्यमंत्री कोई भी बने उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
वहीं, अपने बेटों की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है. उनके दोनों बेटे निर्दोष है और आगे निर्दोष साबित होकर घर लौटेंगे. विधायक मीणा ने कहा कि उनके बेटों ने ठेकेदार के साथ बिना किसी एग्रीमेंट के विश्वास पर काम किया था. उन्होंने कहा कि उन्हें पता चल गया था कि ठेकेदार की नीयत खराब है. खैर, वो मेरा दोस्त है, इसके बावजूद वो सारे पैसे हड़पना चाहता है, लेकिन हकीकत यह है कि ये घटना भी हमारी गलती के कारण ही घटी है. इस घटना से सीएम या किसी अन्य नेता का कोई लेना-देना नहीं है. अगर कोई बात कानून से की जाएगी तो इसमें मुख्यमंत्री क्या करेगा?