जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी घटनाक्रम (Rajasthan congress political crisis) के बीच अब पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने (State in charge Ajay Maken strict message) आलाकमान के रुख से प्रदेश के नेताओं और मंत्रियों को अवगत करा दिया है. साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि बगावत करने वाले नेताओं और उनकी अगवानी करने वाले चेहरों पर दिल्ली दरबार से कार्रवाई होगी.
वहीं, अब रविवार की रात को शांतिलाल धारीवाल के निवास पर हुई कांग्रेस विधायकों और निर्दलीय एमएलए की लामबंदी के बीच धारीवाल के संबोधन का वीडियो (Video of Shantilal Dhariwal surfaced) सामने आया है. जिसमें सूबे के स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल यह कहते नजर आ रहे हैं कि आलाकमान आज की स्थिति में कैसे अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहता है.
उदयपुर के फैसले का हवाला देते हुए धारीवाल ने कहा कि फिलहाल अशोक गहलोत के पास दो पद नहीं है. ऐसी परिस्थिति में अगर पंजाब की स्थिति पैदा की जाएगी तो यह बेहतर नहीं होगा. धारीवाल ने कहा कि हम संभल गए हैं और राजस्थान में पंजाब को रिपीट नहीं करने देंगे.
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महेश जोशी के बदले तेवर: मुख्य सचेतक महेश जोशी (Chief Whip Mahesh Joshi) ने अजय माकन के बयान के बाद अपने तेवर नरम कर लिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रताप सिंह खाचरियावास और शांतिलाल धारीवाल के साथ पर्यवेक्षकों से जब मिलने पहुंचे तो विधायकों का मत आलाकमान तक पहुंचाने की बात की गई थी. जोशी ने आगे जोर देते हुए कहा कि उनके संदेश को शायद माकन ने गलत समझ लिया है. वे तीन शर्तों की जगह विधायकों की आम रायशुमारी को आलाकमान तक पहुंचाने की बात कर रहे थे.