जयपुर. राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे नेताओं की आपसी बयानबाजी भी तेज हो रही है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पिछले साल विधानसभा में राजस्थान को मर्दों का राज्य बताया था. उनके उस बयान को राज्य का अपमान करार देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 11 सितंबर को कहा था कि ऐसे बयान देने वाले शख्स को अरब सागर में फेंक देना चाहिए. शेखावत के इस बयान पर मंत्री धारीवाल ने प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन गहलोत सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर पलटवार किया है.
शेखावत पर बरसे खाचरियावासः खाचरियावास ने कहा कि एक 82 साल के बुजुर्ग नेता को अरब सागर में फेंकने की धमकी क्या मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री को शोभा देती है? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट को कानून हाथ में लेने की भी इजाजत दे दी है? उन्होंने आगे कहा कि जो भाषा सनातन धर्म को लेकर स्टालिन ने इस्तेमाल की, अब उसी अंदाज में भाजपा के नेता भी बयानबाजी कर रहे हैं. भाजपा वाले भी अब सनातन धर्म को मानने वालों को अरब सागर में फेंकने की बात कर रहे हैं.
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खाचरियावास ने खुद को बताया राम का वंशज - मंत्री खाचरियावास ने कहा कि कब अरब सागर में फेंकना है, उन्हें बताना चाहिए. वो भी आ जाएंगे. जरा उन्हें भी फेंक कर दिखाएं. उन्होंने कहा कि वो लगातार राजस्थान में घूम रहे हैं और वो देखना चाहते हैं कि किसमें कितनी ताकत है. खाचरियावास ने आगे खुद को राम का वंशज बताया. साथ ही कहा कि केंद्रीय मंत्री शेखावत एक 82 साल के बुजुर्ग नेता को अरब सागर में फेंकने की धमकी देते हैं, क्या उनके परिवार में कोई बुजुर्ग नहीं है?.
वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए हम तैयार - उधर, एक राष्ट्र, एक चुनाव के मुद्दे पर मंत्री प्रताप सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा वन नेशन, वन इलेक्शन के नाम पर प्रोपेगेंडा फैला रही है. अगर सच में भाजपा वाले वन नेशन, वन इलेक्शन चाहते हैं तो लोकसभा को भंग कर राजस्थान विधानसभा चुनाव के साथ ही लोकसभा का भी चुनाव करा दें. हम भी इसके लिए तैयार हैं, लेकिन भाजपा वाले ऐसा नहीं करेंगे.