जयपुर. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट और पायलट समर्थक विधायकों के अपनी ही सरकार पर हमले के बाद अब गहलोत समर्थक विधायक और मंत्रियों ने भी मोर्चे खोल दिए हैं. आरएलडी के कोटे से बने मंत्री सुभाष गर्ग और कांग्रेस के विधायक चेतन डूडी के साथ ही मंत्री महेश जोशी ने भी पायलट के आरोपों को खेद जनक बताते हुए लिखा कि यह अत्यंत आश्चर्यजनक और खेदजनक है. कुछ जिम्मेदार लोग अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. अपनी ही सरकार पर आरोप लगाने से पहले उन्हें ये सोचना चाहिए कि वे आरोप खुद पर भी लगा रहे हैं. आरोप लगाने वालों को भी अच्छे से पता है कि जब भी भ्रष्टाचार की बात सामने आई है तो मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए सशक्त चोट की है.
वसुंधरा सरकार के मामलों में आ चुका है हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट का फैसला, आरपीएससी सदस्य भी है हवालात में
राजस्थान के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने भी पायलट के आरोपों पर जवाब देते हुए ट्वीट किया कि कांग्रेस सरकार में राजस्थान में भ्रष्टाचार और पेपरलीक के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई हुई. पूर्ववर्ती सरकार की गलत फैसलों के खिलाफ राज्य सरकार हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक लड़ी और सभी मामलों का निस्तारण हुआ. वसुंधरा सरकार के समय खनन आवंटन, बजरी खनन एवं ईरानी कालीन प्रकरण पर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है तो ललित मोदी का मामला ईडी के पास लंबित है. वहीं पेपर लीक में आरपीएससी सदस्य तक को जेल की सलाखों के पीछे है. युवाओं के भविष्य के लिए विशेष कानून बनाकर एसटीएफ का गठन किया गया. एसीबी ने रिकॉर्ड कार्रवाई की एवं भ्रष्टाचारियों को जेल में डाला. यही कारण है कि आज राजस्थान में विपक्षी भाजपा भी मुद्दा विहीन हो गई है.