जयपुर. देवली उनियारा से कांग्रेस के विधायक और पूर्व डीजीपी हरीश मीणा ने शुक्रवार को विधानसभा के बाहर अपनी ही सरकार के मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाते हुए यह कहा था कि शांति धारीवाल जब पिछली कांग्रेस सरकार के वक्त मंत्री थे और वह प्रदेश के डीजीपी थे, तब धारीवाल ने उन्हें अपने घर बुलाया था. लेकिन उन्होंने उन्हें यह कहकर मना कर दिया कि ऑफिस बुलाओगे तो आऊंगा.
मैं किसी के घर नहीं जाता. हरीश मीणा के इस बयान के बाद जब शांति धारीवाल से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो बयान हरीश मीणा ने दिया है, उसका जवाब वो विधानसभा में ही देंगे. बात रही उनके बंगले की तो यह सब जानते हैं कि मेरे बंगले पर कौन आता था और कौन नहीं. इसलिए हरीश मीणा को इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए थी.
दरअसल, हरीश मीणा ने कहा था कि मैं मेरी विधानसभा में किसी के घर नहीं जाता और ना ही किसी शादी में जाता हूं. परिवार की शादी हो तो ही जाता हूं. उसी वक्त हरीश मीणा ने कहा कि वह जब प्रदेश के डीजीपी थे और शांति धारीवाल गृह मंत्री थे, तब उन्होंने भी मुझे उनके घर बुलाया था, लेकिन मैं उस वक्त भी उनके घर नहीं गया था.
हरीश मीणा ने कहा कि भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब अगले चुनाव होंगे, तब वह देखेंगे कि कौनसी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे. तब की तब देखेंगे. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के कई बड़े नेता, विधायक और मंत्री अपने बयानों से विवादों में आ चुके हैं. लेकिन, एक बार फिर हरीश मीणा ने जिस तरह से बयान दिया है, उसके बाद यह बात साफ हो गई है कि कांग्रेस के अंदर भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. क्योंकि, हरीश मीणा पायलट गुट के माने जाते हैं.