जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी के बीच हाथोज धाम के महंत बाल मुकुंदाचार्य को पुलिस ने नोटिस देकर छह महीने के लिए पाबंद कर दिया. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. इसके विरोध में सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. जबकि कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई है. दरअसल, न्यायालय कार्यपालक मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) जयपुर (उत्तर) की ओर से हाथोज धाम के महामंडलेश्वर बाल मुकुंदाचार्य को जारी समन के अनुसार वे (बालमुकुंदाचार्य) राजद्रोहात्मक बातें फैलाते हैं या फैलाने का प्रयास करते हैं. वहीं, बालमुकुंदाचार्य ने राज्यपाल से मुलाकात करते हुए ज्ञापन दिया है.
इस समन के जरिए उन्हें शुक्रवार को बुलाया गया है. साथ ही छह महीने के लिए पाबंद भी कर दिया गया है. इस मामले को लेकर हाथोज धाम के महंत महामंडलेश्वर बाल मुकुंदाचार्य का कहना है कि उन्होंने परकोटे के मंदिरों की दुर्दशा के खिलाफ आवाज उठाई थी. जिसके लिए गहलोत सरकार ने राजद्रोह का आरोप लगाकर उन्हें नोटिस दिया है. इसका कानूनी रूप से जवाब दिया जा रहा है.
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घाटगेट पर किया था प्रदर्शन - महामंडलेश्वर बाल मुकुंदाचार्य ने पिछले दिनों घाटगेट इलाके में एक शिव मंदिर की दुर्दशा को लेकर प्रदर्शन किया था. इसके साथ ही पिछले दिनों जयपुर में बड़ी चौपड़ पर हुई एक सभा को भी उन्होंने संबोधित किया था. उसी बाद ये कार्रवाई हुई है. हालांकि, महंत की ओर से कहा गया है कि जारी समन का कानूनी तरीके से जवाब दिया जाएगा.
राज्यपाल से की मुलाकातः नोटिस मिलने के बाद हाथोज धाम के महंत महामंडलेश्वर बालमुकुंदाचार्य शुक्रवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन दिया. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने परकोटे में मंदिरों की दुर्दशा और मंदिरों की जमीनों पर कब्जे का मुद्दा उठाया. इसलिए उन्हें नोटिस दिया गया है. जिसमें राजद्रोह का आरोप लगाया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि हमें पुलिस नोटिस देकर परेशान कर रही है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे मंदिरों की दुर्दशा और मंदिरों की जमीनों पर कब्जे का मामला उठाते रहेंगे, चाहे जो अंजाम भुगतना पड़े. अब पीछे हटने वाले नहीं हैं. बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि जब वे आश्रम से निकलते हैं तो आश्रम के बाहर पुलिस की एक गाड़ी खड़ी रहती है. हम कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं. इस पर भी नजर रखी जा रही है. यह लगातार पिछले चार-पांच दिन से चल रहा है. उन्होंने कहा कि कई अन्य पुजारियों और संतों को भी पुलिस की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं.