जयपुर. AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के अपनी मस्जिदों को आबाद रखो के बयान पर जहां बवाल मचा हुआ है. वहीं राजस्थान की भजन लाल सरकार में कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर ने श्री कृष्ण जन्म भूमि का मुद्दा उठाकर सियासत को गरमा दिया है. दिलावर ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तो मिल गई है, श्री कृष्ण जन्मभूमि भी मिल जाए तो बेहतर होगा. वरना कानून और देश की अदालतें अपना काम करेंगी.
श्री कृष्ण जन्म भूमि भी मिले : कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर ने मंत्री बनने के बाद अपना पदभार संभाला. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो संकल्प पत्र में वादे किए थे, उन पर काम करना है. जनता के प्रति हमारी जवाबदेही है. जनता ने हमें सरकार में बिठाया है. अब उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरा मंत्रिमंडल काम करेगा. दिलावर ने कहा कि "जो भी जिम्मेदारी मुझे मुख्यमंत्री भजनलाल देंगे मैं उस पर काम करूंगा. जल्दी ही विभागों का बंटवारा हो जाएगा और हम उसे पर काम करेंगे."
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मेरा संकल्प पूरा हुआ : श्रीराम मंदिर बनाने के संकल्प पर बात करते हुए दिलावर ने कहा कि "जब श्री रामलला टेंट के अंदर थे तो मैं बिस्तर में कैसे सो सकता था. मदन दिलावर ने कहा कि मैं परिवार और कार्यकर्ताओं के साथ रामलला के दर्शन करने जाऊंगा, उन्होंने कहा कि ढांचे को ढहाने और अस्थायी मंदिर बनाने में मेरा भी आंशिक योगदान था. मैंने फरवरी 1990 में संकल्प लिया था कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाएगा, तब तक माला नहीं पहनूंगा और जब तक कश्मीर से धारा 370 नहीं हट जाती, तब तक आरामदायक बिस्तर पर नहीं सोऊंगा. मैं सालों से जमीन पर चटाई-दरी बिछाकर सोता रहा हूं, लेकिन मेरा यह संकल्प अब पूरा हो चुका है. 22 जनवरी को रामलला अपने घर मे विराजमान हो जाएंगे."
दिलावर ने कहा कि राम जन्मभूमि और कृष्ण जन्मभूमि को लेकर तथ्य है कि यहां भगवान राम और भगवान कृष्ण के मंदिर थे. राम जन्मभूमि की पूरी जमीन मिल गई है, अब कृष्ण जन्मभूमि खुद ही दे दें तो अच्छा होगा. अभी भी मैं आग्रह करूंगा कि कृष्ण जन्मभूमि हमें मिल जाए तो बेहतर होगा, वरना कानून अपना काम करेगा. अदालतें अपना काम करेंगी. बता दें कि AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम युवाओं से अपील करते हुए कहा था कि अपनी मस्जिदों को आबाद रखो. जहां हमने 500 साल तक कुरान पढ़ी, आज वो जगह हमने खो दी है.