कालवाड़ (जयपुर). 25 अप्रैल को रघुनाथ धाम रामानुज आश्रम के पीठाधीश्वर सौरभ राघवेंद्र महाराज के सानिध्य में भगवान परशुराम की जयंती में मनाई गई. परशुराम जी की तस्वीर से सामने 108 दीपक को से संध्याकालीन महाआरती उतारी गई.
सौरभ राघवेंद्र आचार्य महाराज ने बताया कि आज भी यह मान्यता है कि परशुराम भगवान विष्णु के साक्षात छठे अवतार के रूप में इस धरती पर अवतरित हुए. मान्यता है कि सप्त चिरंजीव में शास्त्रों के अनुसार भगवान परशुराम का नाम भी माना जाता है.
इस अवसर पर रघुनाथ धाम में राजस्थान ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जितेश शर्मा ने भगवान परशुराम की महाआरती उतारी. रघुनाथ धाम रामानुज आश्रम में स्थानीय विद्वान आचार्य पंडित आकाश शर्मा के निर्देशन में विद्वान ब्राह्मणों ने भगवान परशुराम की तस्वीर के समक्ष पूजा आराधना करी. इस अवसर पर राघवेंद्र आचार्य महाराज ने बताया आज का दिन ब्राह्मण समाज के लिए विशेष दिन है.
वहीं सभी आचार्यों ने इस दौरान सोशल डिस्टेंस का भी ख्याल रखा. पूजा होने के पश्चात भगवान परशुराम के समक्ष भीगी हुई चने की दाल, पताशे और पंजीरी का भोग लगाया गया. रामानुज आश्रम में भगवान परशुराम की झांकी का भव्य श्रृंगार किया गया. इस अवसर पर पंडित लोकेश शर्मा, हुकुम शर्मा, पंडित अर्जुन शर्मा, आचार्य आकाश शर्मा ने परशुराम जी की स्तुति की.